2024 लोकसभा चुनाव का प्रचार शुरू हो चूका है. सभी नेताओं ने एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप शुरू कर दिया है. वहीं केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने रोजगार के मुद्दे पर बिहार सरकार को घेरा है. अश्विनी चौबे ने कहा कि भारत सरकार युवाओं को रोजगार मुहैया करा रही है, वहीं नीतीश कुमार की सरकार हथियार बांट रही है. साथ ही कहा कि मुझे दुख है कि मैं बिहार का हूं. जहां कलम से लिखने वाले भी अब लाठी पकड़ने के लिए तैयार हो गए हैं।
बता दें कि बिहार के बक्सर से बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश में जिस तरह से लगातार अपराध बढ़ रहा है. जिस तरह रोजाना हत्या और लूटपाट की घटना सामने आ रही है. वह चिंताजनक है. साथ ही कहा कि जिस तरह का माहौल बिहार में बन गया है उसमें मुझे लगता है कि युवाओं को लाठी और हथियार देने का काम राज्य सरकार कर रही है. वहीं कहा कि भारत सरकार रोजगार पर अपना वादा पूरा कर रही है लेकिन नीतीश सरकार क्या कर रही है, जनता सब देख रही है. साथ कहा कि मुझे दुख है कि मैं बिहार का हूं, लेकिन बिहार की ये गूंगी-बहरी सरकार युवाओं को फिर से हथियार देने के लिए विवश किया है. जो कलम से लिखते थे, अब वो लाठी पकड़ने के लिए तैयार हो गया है. यह लाठीतंत्र की सरकार है।
अब बिहार में उत्तर प्रदेश के लोग भी आकर परीक्षा दे रहे हैं. उत्तर प्रदेश में सिर्फ मंदिर-मस्जिद किया जा रहा है. तेजस्वी के इस ट्वीट पर अश्विनी चौबे ने कहा कि बिहार के लोगों की हकमारी करने का काम नीतीश कुमार की सरकार ने की है . बिहार में जो भी वैकेंसी निकल रही है. अन्य प्रदेश के लोग भी यहां आकर लोगों का हक मार रही है. उन्होंने कहा कि इसको लेकर यहां के छात्रों ने आंदोलन भी किया था लेकिन बिहार सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. जो कुछ भी यहां हो रहा है, वह कहीं से भी उचित नहीं है. वहीं मुंबई में प्रस्तावित इंडिया गठबंधन की बैठक को लेकर नीतीश कुमार के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेंगलुरु की बैठक में भी गए थे . वहां से भी उनको कुछ नहीं मिला तो अब मुंबई की बैठक में जा रहे हैं. वहीं कहा कि आप समझ लीजिए कि वहां भी दूल्हा मिलने वाला नहीं है तो फिर वह मुंह लटकाकर पटना लौटेंगे।