बिहार में 25 साल की एक महिला की मौत ने पुलिस को भी हैरान कर दिया है. महिला रात में पति के साथ सोई थी. दोनों ने साथ में मोबइल पर फिल्म देखी और फिर सो गये. सुबह पति ने देखा तो पत्नी साथ में नहीं थी. थोड़ी देर बाद पता चला कि महिला का शव घर के बाहर गड्ढ़े में पड़ा है. लाश को पुआल से ढक दिया गया था. इस घटना से पुलिस भी हैरान है और आम लोगों के बीच कई तरह की चर्चायें हो रही है.
ये वाकया अररिया जिले का है. अररिया के कुआड़ी ओपी क्षेत्र के भूमपोखर गांव में गुरुवार की सुबह बांसबाड़ी के निकट गड्ढे में पुआल के नीचे 25 वर्षीया विवाहिता का शव मिला. इसके बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई. मृत पायी गयी महिला की पहचान भूमपोखर के ही रहने वाले महानन्द पासवान की बेटी ममता ऊर्फ डॉली के रूप में की गई.
वैसे उसके मुंह और गले के पास निशान दिख रहा है. इससे लग रहा है कि उसकी हत्या की गयी है. महिला का मुंह और गला दबाकर हत्या की बात सामने आ रही है. हालांकि पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है, जिससे कि मौत के सही कारण का पता चल सके.
महिला के मायका में हुआ वाकया
मृत महिला के पिता महानन्द पासवान ने बताया कि उनकी बेटी ममता की शादी नालंदा जिला के दनियामा निवासी हरेन्द्र पासवान ऊर्फ गुड्डू पासवान के साथ हुई थी. हरेन्द्र पांडूचेरी में एक सरकारी अस्पताल में काम करता है. ममता दुर्गा पूजा के समय पांडूचेरी से अपने पति के साथ अपने मायके भूमपोखर आई थी.
उस समय दस दिन रहने के बाद दामाद वापस अपने काम पर चला गया लेकिन बेटी ममता मायके में ही रूक गयी थी. 30 दिसंबर को दामाद हरेन्द्र अपनी पत्नी को लेने भूमपोखर आया था. बुधवार की रात खाना खाकर दामाद और बेटी अपने कमरे में सोने चले गये. उनके साथ ढ़ाई साल की बेटी भी थी. जबकि पिता उसी कमरे के बाहर बरामदे पर सोया था.
मृतका के पति हरेन्द्र ने बताया कि करीब नौ बजे वह अपनी पत्नी और बच्ची के साथ कमरे में सोने गया था. रात 12 बजे तक दोनों पति पत्नी मोबाइल पर एक फिल्म देखते रहे. इसके बाद वे सो गये. सुबह के चार बजे बच्ची की रोने की आवाज आई. हरेंद्र ने कहा कि जब उसने बच्ची के रोने की आवाज सुनी तो आंखें खोले बगैर अपनी पत्नी से बच्चे को दूध पिलाने को कहा. लेकिन बच्ची रोती रही.
हरेंद्र ने कहा कि बच्ची के लगातार रोने से वह नींद खुल गयी. उसने देखा कि पत्नी कमरे में नहीं है. इसके बाद मैंने अपने ससुर के साथ साला और सरहज को जगाया. हम सब मिलकर ममता को खोजने लगे. हरेंद्र ने बताया कि मेरा साला बलराम घर के बाहर जाकर अपनी बहन को तलाशने लगा. इसी दौरान घर से दो-तीन सौ मीटर दूर बांसबाड़ी के बगल में एक गड्ढ़ा के पास ममता का चप्पल दिखा. आस पास तलाशने पर गड्ढे में पुआल के बोझा के नीचे ममता का शव दिखा.
ममता का शव मिलने की खबर फैलते ही वहां लोगों की भीड़ उमड़ पडी. मामले की जानकारी पुलिस को दी गयी. इसके बाद कुआड़ी ओपी अध्यक्ष रोशन कुमार, कुर्साकांटा थानेदार विमल कुमार घटना स्थल पर पहुंचे और छानबीन शुरू की. परिजनों की मांग पर पुलिस ने डॉग स्वायड को भी बुलाया लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. कुआड़ी ओपी अध्यक्ष रोशन कुमार ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है.