जहां उन्होंने शहर के प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर के प्रांगण में अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान कर्मकांड किया. उनके आगमन को लेकर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे. जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम और एसएसपी आशीष भारती मौके पर मौजूद रहे और उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया.
आनंदीबेन पटेल ने किया पिंडदान: स्थानीय विष्णुपद मंदिर प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष शंभू लाल विट्ठल के द्वारा पिंडदान कर्मकांड संपन्न कराया गया. इस मौके पर शंभू लाल विट्ठल ने कहा कि उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपने सास-ससुर और समस्त पितरों का पिंडदान किया है. पूरे विधि-विधान से पिंडदान कर्मकांड की प्रक्रिया संपन्न कराई गई है. उन्होंने कहा कि पिंडदान कर्मकांड करने के बाद उन्होंने विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में दर्शन भी किया. इस दौरान पंडा समाज के कई लोग उपस्थित रहे.
महाबोधि मंदिर के गर्भगृह में पहुंची आनंदीबेन:गौरतलब हो कि पिंडदान कर्मकांड करने से पहले आनंदीबेन पटेल बोधगया पहुंची, जहां उन्होंने विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर के गर्भगृह में भगवान बुद्ध को नमन किया. जिसके बाद मंदिर के प्रांगण में स्थित पवित्र बोधिवृक्ष के दर्शन किए और कुछ समय तक ध्यान लगाया. इस मौके पर राज्यपाल के आगमन को लेकर सुरक्षा के साथ चाक-चौबंद प्रबंध किए गए थे.
पूर्वजों का किया पिंडदान: बता दें कि उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल गया आकर शहर के प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर के प्रांगण में अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान कर्मकांड किया. वहीं विष्णुपद मंदिर प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष शंभू लाल विट्ठल के द्वारा पिंडदान कर्मकांड संपन्न कराया गया.
“उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपने सास-ससुर एवं समस्त पितरों का पिंडदान किया है. पूरे विधि विधान से पिंडदान कर्मकांड की प्रक्रिया संपन्न कराई गई है.”-शंभू लाल विट्ठल, अध्यक्ष, विष्णुपद मंदिर प्रबंधकारिणी समिति