बिहार में राज्यसभा की दो खाली हुई सीटों पर आज पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा और बीजेपी उम्मीदवार मनन कुमार मिश्र नॉमिनेशन करेंगे. खाली हुई राज्यसभा की सीटों में से एक आरजेडी की सीट है तो दूसरी बीजेपी की. नॉमिनेशन के समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा सहित एनडीए के सभी दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे. एनडीए के दोनों उम्मीदवार का निर्विरोध चुना जाना तय है।
उपेंद्र कुशवाहा और मनन कुमार मिश्र का नामांकन: लोकसभा चुनाव में पाटलिपुत्र से आरजेडी की मीसा भारती सांसद चुनी गईं हैं, वहीं नवादा से बीजेपी के विवेक ठाकुर सांसद बने हैं. इसी कारण दोनों सीट पर उपचुनाव हो रहा है. मीसा भारती की सीट पर राष्ट्रीय लोक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा एनडीए के संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर नामांकन करेंगे. वहीं दूसरी सीट विवेक ठाकुर के सीट पर बीजेपी कोटे से वरिष्ठ अधिवक्ता मनन कुमार मिश्र नामांकन दाखिल करेंगे।
कुशवाहा 4 साल और मनन 2 साल के लिए जाएंगे राज्यसभा: उपेंद्र कुशवाहा मीसा भारती की खाली हुए सीट पर राज्यसभा जाएंगे, उनका कार्यकाल 4 वर्ष का होगा. वहीं विवेक ठाकुर की सीट पर मनन कुमार मिश्र राज्यसभा जाएंगे, उनका कार्यकाल 2 वर्ष का होगा।
लोकसभा चुनाव हार चुके हैं कुशवाहा: उपेंद्र कुशवाहा काराकाट से लोकसभा का चुनाव लड़े थे लेकिन पवन सिंह की एंट्री के कारण चुनाव हार गए. एनडीए की तरफ से उन्हें उसी समय आश्वासन दिया गया था. इसलिए उन्हें राज्यसभा एनडीए के संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर भेजा जा रहा है. कुशवाहा वोट बैंक की नाराजगी को दूर करने की कोशिश भी एनडीए की तरफ से है।
कौन हैं मनन कुमार मिश्र?: वहीं, मनन मिश्र 2012 से बार काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष हैं. देश के वरिष्ठ अधिवक्ता के तौर पर उनकी पहचान रही है. 2014 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली थी. अब बीजेपी ने उनको राज्यसभा भेजने का फैसला लेकर सबको चौंकाया है. दोनों सीट बहुमत के कारण एनडीए को मिल रही है. आरजेडी को एक सीट का इस बार नुकसान हुआ है।
एनडीए उम्मीदवारों का निर्विरोध चुना जाना तय: चुनाव आयोग की तरफ से बिहार की दो राज्यसभा सीटों के साथ पूरे देश में 12 राज्यसभा सीटों पर चुनाव कराया जा रहा है. 14 अगस्त से ही नॉमिनेशन शुरू है. एनडीए को ही दोनों सीट मिलना है और आज नॉमिनेशन का अंतिम दिन है तो एनडीए के तरफ से दोनों उम्मीदवार नॉमिनेशन करेंगे. तीन सितंबर को ऐसे चुनाव की तिथि तय की गई है, लेकिन दोनों एनडीए उम्मीदवार का निर्विरोध चुना जाना तय है।