पूर्व केंद्रीय मंत्री और RLM के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने सीट शेयरिंग पर नाराजगी को लेकर चल रही बातों पर पूर्ण विराम लगा दिया है. उन्होंने कहा कि वह नाराज नहीं थे, लेकिन हर पार्टी को इच्छा होती है कि ज्यादा सीट मिले. हालांकि अब सारी बातों पर सहमति बन गई है. बिहार में सभी 40 सीटों पर एनडीए का कब्जा होगा।
उन्होंने कहा कि जिस तरह की खबर मीडिया में चल रही कि उपेंद्र कुशवाहा के मन में गिला शिकवा है, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं था. मैं कभी नाराज नहीं था लेकिन गठबंधन में हर पार्टी चाहती है कि उसका ज्यादा शेयर तय हो, ज्यादा हिस्सेदारी मिले, उस दृष्टि से बातचीत चलती रहती है. अब इसमें एक प्रक्रिया के तहत बातचीत हुई, जो मीडिया को बताना जरूरी नहीं है।
कुशवाहा ने कहा कि सारी बातचीत के बाद सभी घटक दलों की सहमति बनी, तब जाकर ही निर्णय लिया गया. अब सिर्फ लक्ष्य 2024 है, आने वाले चुनाव में पीएम मोदी को फिर देश का प्रधानमंत्री बनाना है. उन्होंने कहा कि सभी लोग बिहार की 40 लोकसभा सीटों को एनडीए की झोली में डालना है।
वहीं पशुपति पारस को एक भी सीट नहीं देने के सवाल पर उन्होंने बात को टाल दिया. उन्होंने कहा कि क्या हुआ नहीं हुआ, वह सब लोगों के सामने है. किसी के बारे में हम लोग कुछ प्रतिक्रिया नहीं देते हैं. हम लोग सीधे युद्ध के मैदान में जा रहे हैं और 40 में 40 सीट जीतेंगे।