पटना: राष्ट्रीय लोक जनता दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने दावा किया कि बिहार सरकार द्वारा सोमवार को जारी की गई जाति सर्वेक्षण रिपोर्ट ‘फर्जी’ है और ऐसा लगता है कि इसे जल्दबाजी में प्रकाशित किया गया है। उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण के दौरान किसी ने मुझसे मेरी जाति नहीं पूछी।
उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि यह एक व्यक्तिगत बात हो सकती है, लेकिन यह दूसरों के साथ भी हो सकता है। जाति जनगणना के संबंध में एक मामला अदालत में चल रहा था, लेकिन राज्य सरकार ने सूचित किया कि सर्वेक्षण पूरा हो गया है। राज्य सरकार ने यह सोचकर कि मामला फिर से अदालत में जा सकता है, जल्दबाजी में रिपोर्ट प्रकाशित की है।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि चूकि रिपोर्ट जल्दबाजी में प्रकाशित की गई, इसलिए संभावना है कि मेरे जैसे कई लोगों का नाम रिपोर्ट में नहीं है। मैं नीतीश कुमार सरकार से कहना चाहता हूं कि रिपोर्ट को मतदाता सूची की तरह सार्वजनिक डोमेन में प्रकाशित किया जाए, ताकि हर व्यक्ति रिपोर्ट में अपना नाम देख सके। इस रिपोर्ट में संशोधन किया जाना चाहिए और फिर से जारी किया जाना चाहिए।