देश में इंटरनेट की स्पीड के साथ ही डिजिटल ट्रांजेक्शन भी रिकॉर्ड तेजी से बढ़ रहा है। जुलाई महीने में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) आधारित लेन-देन में जबरदस्त उछाल आया है। यह आंकड़ा 20.64 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने गुरुवार को इस संबंध में आंकड़े जारी किए। रिपोर्ट में कहा गया है कि UPI लेन-देन में पिछले साल के मुकाबले 35 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
UPI से हर महीने जुड़ रहे 60 लाख नए उपयोगकर्ता
जुलाई में यूपीआई से होने वाले कुल लेनदेन की संख्या लगभग 4 प्रतिशत (मासिक आधार पर) बढ़कर 14.44 बिलियन हो गई। औसत दैनिक लेनदेन की मात्रा 466 मिलियन रही। यूपीआई पर अब हर महीने 60 लाख नए उपयोगकर्ता जुड़ रहे हैं, जिसकी वजह यूपीआई पर रुपे क्रेडिट कार्ड और विदेशों में इसकी शुरुआत है।
डिजिटल अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रण
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मुद्रा और वित्त (2023-24) पर नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, देश अपने मजबूत डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे, जीवंत फिनटेक पारिस्थितिकी तंत्र और अनुकूल नीतिगत माहौल के दम पर दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रणी बनकर उभर रहा है।