CM हिमंत की पत्नी के खिलाफ आरोपों को लेकर असम विधानसभा में हंगामा, तीन बार स्थगित हुई सदन की कार्यवाही

GridArt 20230916 132553660

असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा की पत्नी से जुड़ी एक कंपनी को सरकारी सब्सिडी दिये जाने के आरोप पर चर्चा की मांग को लेकर शुक्रवार को राज्य विधानसभा में विपक्षी दलों के सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया। हंगामे के चलते  सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित करनी पड़ी। बाद में विपक्षी सदस्यों ने सदन की कार्यवाही का बॉयकाट किया और बाहर चले गए। कांग्रेस विधायक कमलाख्या डे पुरकायस्थ ने प्रश्नकाल के दौरान यह मुद्दा उठाया। उन्होंने राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जोगेन मोहन से पूछा कि क्या रिंकी भुइयां शर्मा को कलियाबोर क्षेत्र में राज्य सरकार की ‘वसुंधरा’ योजना के तहत जमीन आवंटित की गई थी। उन्होंने यह सवाल भी किया कि भूमि आवंटित करने के लिए कौन से दस्तावेज जमा कराये गए थे जिससे संबंधित कंपनी को कथित तौर पर केंद्रीय सब्सिडी प्राप्त हुई थी।

विधानसभाध्यक्ष के आसन के सामने धरना

विधानसभा अध्यक्ष बिश्वजीत दैमारी ने कहा कि यह मामला पुरकायस्थ द्वारा सूचीबद्ध किए गए मूल प्रश्न से संबंधित नहीं है और मुख्यमंत्री सदन में मौजूद नहीं हैं। हालांकि, पुरकायस्थ अपने सवाल पर अड़े रहे और इस दौरान कई मंत्री अपनी जगह पर खड़े हो गए और विपक्षी सदस्यों के खिलाफ टिप्पणी करने लगे। सदन में हंगामा जारी रहने के कारण कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर विपक्ष के नेता कांग्रेस सदस्य देवव्रत सैकिया ने शून्यकाल के दौरान मामले पर चर्चा के लिए दिए गए नोटिस की ओर सभापति का ध्यान आकर्षित किया। इसे लेकर उपाध्यक्ष नुमल मोमिन ने तत्काल चर्चा की अनुमति नहीं दी, जिसके बाद कांग्रेस के सदस्यों ने सदन में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इकलौते सदस्य और एक निर्दलीय विधायक के साथ विधानसभाध्यक्ष के समक्ष आकर धरना शुरू कर दिया।

विपक्षी विधायकों ने सरकार के खिलाफ की नारेबाजी

सैकिया ने मुख्यमंत्री की पत्नी पर लगे आरोपों की जांच की भी मांग की। इस दौरान सत्तारूढ़ भाजपा के सदस्य भी सदन के बीचोंबीच आ गए और हंगामा शुरू हो गया, इसे देखते हुए सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। दूसरे स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही फिर शुरू होने के उपरांत भी हंगामा जारी रहा, विपक्षी विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष के आसन के सामने आकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। मोमिन ने उन्हें अपनी सीटों पर लौटने की अपील करते हुए कहा, ‘‘आपको (मामला उठाने की) अनुमति दी जाएगी, लेकिन आपको धैर्य रखना होगा।’’ चूंकि भाजपा के विधायक भी सदन के बीचोंबीच आ गए थे, हंगामा जारी रहा। इसलिए सदन की कार्यवाही फिर 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।

बृहस्पतिवार को भी विधानसभा में हुआ था हंगामा

जब सदन की कार्यवाही फिर से शुरू हुई तो विपक्ष के उपनेता रकीबुल हुसैन ने कहा कि चूंकि आसन ने तत्काल चर्चा की अनुमति नहीं दी, इसलिए कांग्रेस विधायक बाकी दिनों के लिए सदन की कार्यवाही का बॉयकाट कर रहे हैं। माकपा के एकमात्र विधायक और निर्दलीय विधायक भी उनके साथ शामिल हो गए। हिमंत की पत्नी पर लगे आरोपों को लेकर बृहस्पतिवार को भी विधानसभा में हंगामा हुआ था। असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बृहस्पतिवार को कहा था कि केंद्र सरकार से उनकी पत्नी या उनकी किसी कंपनी के पैसे लेने का कोई सबूत दिये जाने पर वह कोई भी सजा स्वीकार करने को तैयार हैं, जिसमें सार्वजनिक जीवन से संन्यास लेना भी शामिल है। लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने बुधवार को आरोप लगाया था कि कंपनी को खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय से एक विशेष केंद्रीय योजना के तहत कर्ज से जुड़ी सब्सिडी के तौर पर 10 करोड़ रुपये मिले। भाजपा नेता ने हालांकि इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है।

Kumar Aditya: Anything which intefares with my social life is no. More than ten years experience in web news blogging.