गल यूजर्स के लिए बड़े ही काम का फीचर लेकर आया है. ये सिक्योरिटी और प्राइवेसी के लिए काफी मददगार होगा. इस फीचर का नाम Safety Check है. नया फीचर Google Chrome पर किए गए सभी पासवर्ड्स को हमेशा प्रोटेक्ट रखेगा. ये निगरानी रखेगा कि कहीं कोई आपके पासवर्ड के साथ छेड़छाड़ तो नहीं कर रहा. अगर ऐसा होता है तो वो आपको तुरंत अलर्ट कर देगा. कैसे काम करेगा आइए जानते हैं.
बता दें, नया फीचर डेस्कटॉप पर क्रोम के बैकग्राउंड में ऑटोमैटिकली रन करेगा. अगर क्रोम में सेव किए गए पासवर्ड से छेड़छाड़ की जाती है तो गूगल यूजर्स को अलर्ट करेगा. सेफ्टी चेक फीचर आपको यह भी बताएगा कि क्या आपका कोई एक्सटेंशन संभावित रूप से हार्मफुल है. आप क्रोम के लेटेस्ट वर्जन का यूज नहीं कर रहे हैं, या साइट परमीशन पर आपको अटेंशन देने की जरुरत है.
कहां दिखेंगे अलर्ट और कैसे करेगा काम?
- ये अलर्ट क्रोम में तीन-डॉट मेनू में दिखाई देंगे ताकि आप एक्शन ले सकें.
- कंपनी ने कहा, “डेस्कटॉप पर क्रोम के लिए सेफ्टी चेक अब बैकग्राउंड में ऑटोमैटिक चलेगी.”
- गूगल साइट्स की परमीशन को रद्द करने के लिए सेफ्टी चेक भी ला रहा है.
गूगल ने गुरुवार देर रात एक बयान में कहा, “अगर आपको उन साइट्स से बहुत सारी नोटिफिकेशन्स मिल रही है, जिनसे आप उतना जुड़े नहीं हैं तो सेफ्टी चेक उसको सेलेक्ट करेगी, ताकि आप उन्हें आसानी से डिसेबल कर सकें.” सलेक्ट करने पर, यूजर के एक्शन लेने के लिए नया सेफ्टी चेक पेज खुल जाता है. पिछले साल, गूगल ने डेस्कटॉप पर क्रोम को और भी आसानी से चलाने में मदद करने के लिए मेमोरी सेवर मोड जैसे परफॉर्मेंस कंट्रोल्स पेश किए थे.
Google ने किया फीचर को आसान
गूगल ने कहा, “हमने उन साइट को स्पेसिफाइड कर आसान बना दिया है, जिन्हें हमेशा एक्टिव रहना चाहिए.” टैब ग्रुप्स क्रोम में टैब को अनऑर्गेनाइज और ऑर्गेनाइज करने में मदद करते हैं. अगले कुछ हफ्तों में डेस्कटॉप पर क्रोम में रोल आउट करते हुए, आप टैब ग्रुप्स को सहेजने में सक्षम होंगे ताकि आप उन्हें अन्य डेस्कटॉप डिवाइस पर एक्सेस कर सकें और आसानी से अपनी प्रोजेक्ट का बैकअप ले सकें.