नई दिल्ली से पटना आने वाले यात्रियों के लिए भारतीय रेलवे ने एक बड़ी खुशखबरी दी है। रेलवे की ओर से आगामी 30 अक्टूबर से पूजा के मद्देनजर स्पेशल वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Train) चलाने का निर्णय लिया गया है। फिलहाल यह ट्रेन प्रायोगिक रूप से 30 अक्टूबर एवं एक, तीन एवं छह नवंबर को चलाई जाएगी।
ट्रेन नई दिल्ली से 30 अक्टूबर को 08.25 बजे खुलेगी और कानपुर, प्रयागराज, डीडीयू, बक्सर एवं आरा में रुकते हुए उसी दिन शाम आठ बजे पटना जंक्शन पहुंच जाएगी।
वापसी में पटना-नई दिल्ली वंदे भारत पटना से 31 अक्टूबर, दो, चार एवं सात नवंबर को खुलेगी। पटना से खुलने का समय 07.30 बजे निर्धारित किया गया है। वहीं नई दिल्ली शाम सात बजे ट्रेन पहुंचेगी। पटना से खुलने वाली वंदे भारत ट्रेन का आरा में 08.05 बजे, बक्सर में 08.47 बजे, डीडीयू में 10.20 बजे, प्रयागराज में 12.10 बजे, कानपुर सेंट्रल 14.18 बजे रुकते हुए उसी दिन 19 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी।
पटना से नई दिल्ली के पहली बार स्पेशल वंदे भारत का परिचालन किया जा रहा है। रेलवे की ओर से पूजा स्पेशल वंदे भारत शुरू करने से यात्रियों को काफी राहत मिलने की उम्मीद की जा रही है।
सिवान से पटना के लिए एक ही ट्रेन का हो रहा परिचालन
पूर्वातर रेलवे का सिवान जंक्शन एक महत्वपूर्ण स्टेशन है। यह जंक्शन इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां से गोपालगंज जिले के भी यात्री अपनी यात्रा शुरू व समाप्त करते हैं, लेकिन इसके हिसाब से यहां पर सुविधाओं की घोर कमी है। सबसे बड़ी समस्या सिवान से राज्य की राजधानी पटना जाने वाले यात्रियों को है। कारण कि सिवान से पटना जाने के लिए चार साल पहले रेलवे लाइन को चालू कर दिया गया।
इससे सिवान से पाटलिपुत्र स्टेशन तक की यात्रा सीधे तौर पर होती है, लेकिन सिवान से कोई भी ट्रेन पटना के लिए नहीं चलती है। रेल लाइन चालू करने के साथ ही गोरखपुर से पाटलिपुत्र स्टेशन के लिए एक पैसेंजर ट्रेन का परिचालन शुरू किया गया, लेकिन बाद में बंद कर दिया गया।
कुछ दिन बाद लखनऊ से पाटलिपुत्र स्टेशन के लिए एक सुपरफास्ट ट्रेन का भी परिचालन कराया गया। इस तरह सिवान से पटना तक की यात्रा महज एक ट्रेन से ही कराई जा रही है। इसमें सुपरफास्ट एक्सप्रेस दोपहर 11:50 बजे सिवान जंक्शन पर आती है और पाटलिपुत्र में दोपहर 2:50 बजे पहुंचती है, जबकि यह ट्रेन शाम में 3:50 बजे पाटलिपुत्र से चलती है और शाम 6:15 बजे सिवान आती है।
पाटलिपुत्र स्टेशन के लिए सिवान से या सिवान होकर कम एक दर्जन ट्रेनें चाहिए, तभी सिवान के लोगों का पटना के लिए यात्रा आसान हो जाएगा और पटना जाने व आने के लिए किसी भी तरह से ट्रेन का इंतजार करना नहीं पड़ेगा।