भारतीय रेलवे बहुप्रतीक्षित वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है। वादा किया गया है कि लंबी दूरी की यात्रा के लिए वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें आराम और सुविधा का एक नया स्तर प्रदान करेगी। रेलवे से जुडी रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय रेलवे वित्तीय वर्ष 2025-26 तक 10 नई वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें शुरू करने की योजना बना रहा है। इन ट्रेनों में विश्व स्तरीय सुविधाएं और बेहतरीन इंटीरियर होंगे। भारत की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें 2025 में आवश्यक परीक्षण और ट्रायल रन के बाद शुरू होने की संभावना है।
ICF, चेन्नई के महाप्रबंधक यू सुब्बा राव ने भी इसकी पुष्टि की है. उनके अनुसार वन्दे भारत स्लीपर 15 नवंबर से दो महीने तक ऑसिलेशन ट्रायल और अन्य परीक्षणों से गुजरेंगी, जिसके बाद इसे वाणिज्यिक सेवा के लिए शुरू किया जाएगा। हाल ही में, इन ट्रेनों को बनाने वाली BEML ने चेन्नई में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) को पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेनसेट दी। भारतीय रेलवे ने अभी तक इन नई स्लीपर ट्रेनों के लिए सटीक मार्गों की घोषणा नहीं की है, लेकिन उम्मीद है कि पहली कुछ सेवाएँ नई दिल्ली- पटना, नई दिल्ली- पुणे, नई दिल्ली- श्रीनगर जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ेंगी।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें कैसे खास हैं?
वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें यात्रा को सुरक्षित और अधिक आरामदायक बनाने के लिए डिज़ाइन की गई हैं। इन ट्रेनों को सुरक्षित, तेज़ और लंबी दूरी की यात्रा को आसान बनाने की बढ़ती माँग को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया जा रहा है। उच्च शक्ति वाले ऑस्टेनिटिक स्टेनलेस स्टील से निर्मित ये ट्रेनें आपातकालीन स्थिति में यात्रियों की सुरक्षा के लिए क्रैश बफ़र्स और विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए कपलर सहित उन्नत सुरक्षा सुविधाओं से लैस हैं। 16-कार वाली ट्रेनसेट में 823 यात्रियों को ले जाने की क्षमता होगी, जिसमें फर्स्ट-क्लास एसी, 2-टियर एसी और 3-टियर एसी सहित कई तरह की यात्रा श्रेणियाँ शामिल होंगी।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में नई सुविधाएँ
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को देश में लंबी दूरी की रेल यात्रा या रात भर की यात्रा वाले रूट पर लाने के लिए डिज़ाइन किया जा रहा है। इन ट्रेनों की गति प्रति घंटे 130 किलोमीटर से 160 किलोमीटर के बीच रह सकती हैं.