पटना से रांची सहित देशभर में लगभग 23 बंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन किया जा रहा है. कई जगहों पर स्क्रीन को लेकर रेल यात्रियों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है तो कई जगहों ऐसी खबरें आ रही है कि इन ट्रेनों में पैसेंजर्स का घोर अभाव है. रेलवे अधिकारियों की मानें तो इसके पीछे का कारण इसका किराया है, अन्य गाड़ियों से काफी अधिक है. यही कारण है कि रेलवे ने एक बड़ा फैसला लिया है. बताया जाता है कि आने वाले दिनों में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का किराया कम किया जा सकता है. दिल मंत्रालय के पास एक प्रस्ताव भेजा गया है जिसमें कहा गया है कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का किराया 10 परसेंट कम किया जाए, ताकि अधिक से अधिक रेलयात्री स्क्रीन का लाभ ले सके।
उदाहरण के लिए अगर पटना से रांची का किराया हजार रुपए है तो 10 परसेंट कम होने के बाद यह किराया मात्र ₹800 रह जाएगी. डीलक्स कोच की बात करें तो अगर किराया दो हजार है तो इसकी कीमत ₹1600 कर दी जाएगी।
मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार किराया उसी रूप पर कम किया जाएगा जहां पर पैसेंजर्स का अभाव देखा जा रहा है. इस बात को आप ऐसे समझ सकते हैं कि अगर पटना से रांची के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में सीट हमेशा हाउसफुल रहती है उस ट्रेन का किराया नहीं घटाया जाएगा।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि अधिकांश रेलमार्गों पर वंदे भारत की ऑक्यूपेंसी 100 फीसदी है, लेकिन कई मार्गों पर क्षमता से कम यात्रियों के साथ वंदे भारत चल रही है। इसका कारण यह है कि उक्त रूट पर पहले से चल रही शताब्दी ट्रेन का किराया वंदे भारत से कम है।
शताब्दी का किराया कम नई दिल्ली से देहरादून के बीच शताब्दी एक्सप्रेस के एसी चेयर कार का किराया 905 रुपये और एक्जीक्यूटिव क्लास का किराया 1405 रुपये है। शताब्दी यह दूरी 6.10 घंटे में तय करती है। वहीं आनंद विहार से देहरादून की दूरी वंदे भारत 4.45 घंटे में तय करती है, इसमें एसी चेयर कार का किराया 1065 रुपये और एक्जीक्यूटिव क्लास का किराया 1890 रुपये है।