केंद्र व प्रदेश सरकार की नीतियों को लेकर समय-समय पर सवाल उठाते रहे सांसद वरुण गांधी ने अब शराब के प्रचार पर योगी सरकार को घेरा है। सांसद ने गुरुवार को सुबह एक्स पर पोस्ट किया कि करोड़ों परिवार उजाड़ने वाली शराब का ‘राजस्व वृद्धि’ के लिए प्रचार किया जाना दुखद है। साथ ही सवाल उठाया कि क्या ‘रामराज्य’ में सरकार के पास राजस्व बढ़ाने के लिए इससे बेहतर विकल्प नहीं है?
सांसद ने लिखा कि शराब का नकारात्मक असर शराबी से अधिक उनके परिवार पर पड़ता है। सांसद ने इसके साथ ही एक टीवी चैनल पर प्रसारित होने वाली खबर-यूपी एक्साइज पालिसी : यूपी में जाम छलकाने के लिए ‘अच्छी खबर’, महंगी नहीं बल्कि सस्ती होगी शराब, जाने-कितने कम होंगे दाम को भी साझा किया है।
वरुण ने किसान आंदोलन का खुलकर किया था समर्थन सांसद वरुण गांधी पिछले लगभग दो साल से नीतियों और निर्णयों को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार को असहज करने वाले सवाल उठाते रहे हैं। पिछले साल किसानों के आंदोलन का उन्होंने खुलकर समर्थन किया था।
साथ ही लखीमपुर खीरी के निघासन में हुई हिंसा में कई लोगों की मृत्यु के मामले पर किसान संगठनों के साथ ही सांसद ने भी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी का इस्तीफा और उनके विरुद्ध कार्रवाई के लिए आवाज उठाई थी। इसके अलावा सरकार की आर्थिक नीतियों, निजीकरण, बेरोजगारी और महंगाई की समस्या, प्रतियोगी परीक्षाओं की पवित्रता को लेकर भी वह सरकार को असहज करने वाले सवाल उठाते रहे हैं।
बैंकों से उद्योगपतियों को आसानी से हजारों करोड़ रुपये के ऋण मिल जाने और सामान्य नागरिकों को अपनी छोटी छोटी जरूरतों के लिए ऋण न मिलने, ऋण मिल जाए तो वसूली के लिए सामान्य नागरिक के विरुद्ध कुर्की की कार्रवाई और उद्योगपतियों को छूट दिए जाने के मामले सांसद कई बार उठा चुके हैं। साथ ही भ्रष्टाचार के विरुद्ध भी मुखर रहे हैं।