तिरुपति लड्डू विवाद को लेकर पूरे देश में माहौल गर्म हो गया है। एक तरफ जहां इसको लेकर सियासत शुरू है तो दूसरी तरफ हिदू संगठन लगाकार कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इसी बीच विश्व हिन्दू परिषद ने सुप्रीम कोर्ट से अपील की है कि वह तिरुपति लड्डी में जानवरों की चर्बी मिलाने के मामले पर स्वतः संज्ञान लेकर इसकी जांच कराए।
दरअसल, विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की तिरुपति में हुई बैठक के दौरान शीर्ष अदालत से हस्तक्षेप की मांग की गई है। इस बैठक में वीएचपी के अंतरराष्ट्रीय सचिव समेत अन्य लोग शामिल हुए थे। वीएचपी ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट को सम मले में स्वतः संज्ञान लेना चाहिए और इस अक्षम्य अपराध के दोषियों की पहचान करने और उन्हें कड़ी सजा देने के लिए एक निश्चित समय अवधि में इसकी जांच करनी चाहिए।
विश्व हिन्दू परिषद ने कहा है कि इस मामले में लापरवाही और देरी की कोई गुंजाइश नहीं है क्योंकि अगर ऐसा होता है तो हिंदूओं द्वारा इसके खिलाफ देशव्यापी आंदोलन चलाया जा सकता है। हिंदू इस मुद्दे पर पहले से ही रोष में हैं। इस प्रकरण से दुनियाभर में करोड़ों हिंदूओं की भावना को ठेस पहुंची है क्योंकि लड्डू प्रसादम को एक दिव्य आशीर्वाद के रूप में माना जाता है।
बता दें कि इस मामले को लेकर हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक याचिकाएं दायर की गई हैं और शीर्ष अदालत से हस्तक्षेप की मांग की जा रही है। इससे पहले सोमवार को आंध्र प्रदेश के तिरुपति में भगवान वेंकटेश्वर मंदिर का शुद्धिकरण सोमवार को किया गया। सुबह 6 बजे से 10 बजे तक 4 घंटे महाशांति यज्ञ किया गया था। मंदिर के शुद्धिकरण के बाद पुजारी ने कहा था कि सब कुछ शुद्ध हो गया है। अब चिंता की कोई बात नहीं है।