बिहार में आए दिन निगरानी की छापेमारी होती है और घूसखोर पकड़े भी जाते है। घूस लेने वाले पर कार्रवाई भी होती है। इसके बावजूद लोग अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला जमुई का है जहां रिश्वत लेते एक पंचायत रोजगार सेवक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में रोजगार सेवक 12 हजार रूपये घूस लेते दिख रहा है।
इस दौरान वह यह भी कहता नजर आ रहा है कि यदि यही पैसवा पहले दे दिये होते तो मेरा दिमाग नहीं ना खराब होता। फिर कहता है कि कल से परसो तक में और पैसा दे देना। परसो तक तो कुछ नहीं बोलेंगे लेकिन उसके बाद फिर मेरा दिमाग खराब हो जाएगा। मेरा माथा फिट हो जाता है।
मामला जमुई के लक्ष्मीपुर प्रखंड क्षेत्र के नजारी पंचायत का है। जहां रोजगार सेवक की पहचान बिंदेश्वरी मंडल के रूप में हुईं है। वायरल वीडियो एक महीने पूर्व का बताया जाता है।
वायरल हो रहे वीडियो में रोजगार सेवक यह कह रहा है कि रिश्वत का पैसा सभी को दिया जाता है। मुखिया से लेकर जेई तक सबको इसका हिस्सा जाता है। जब पैसे देने वाले शख्स ने कहा कि अगर आप सुबह में ही फोन कर दिए होते तो हमको इतना परेशान नहीं होना पड़ता। आप हम पर ध्यान ही नहीं देते हैं।
इसके जवाब में पीआरएस कहता है कि है कि बाकी पीआरएस अठारह हजार पेमेंट करता है। हम साठ हजार पेमेंट करते हैं। इसके बाद उक्त व्यक्ति के द्वारा 12 हजार रिश्वत के रूप में दिया गया। 12 हजार रुपए लेने के बाद रोजगार सेवक कहता है कि और 6 हजार रुपये दो।
जिस पर उक्त व्यक्ति ने कहा कि अभी इतना रखिए और बाद में दे देंगे। जिसके बाद रोजगार सेवक अपनी आपबीती सुनाने लगा। रोजगार सेवक यह कहता है कि आप लोग समझते नहीं हो ऊपर तक पैसा देना पड़ता है। इधर रोजगार सेवक का रिश्वत लेने का वीडियो वायरल होने के बाद प्रखंड के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।
दरअसल नजरी पंचायत में मनरेगा योजना के तहत नरेश दास के घर से पारस सिंह के घर तक नाले के सफाई जून 2023 में किया गया था। जिसकी फंड की निकासी के लिए रिश्वत की मांग की गई। वही इस मामले के सामने आने के बाद रोजगार सेवक बिदेश्वरी मंडल ने इसे हल्के में लेते हुए कहा की अगर पैसा दिया होगा तो वीडियो बनाया होगा। मामले पर जमुई जिलाधिकारी राकेश कुमार ने कहा कि वीडियो संज्ञान में आया है। इस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। ऐसे व्यक्ति को डिस्चार्ज किया जाएगा गलत काम करने वाले बख्शा नहीं जाएगा।