विवादित ढांचा ध्वंस की बरसी की पूर्व संध्या से ही रामनगरी अयोध्या में अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। प्रमुख मठ-मंदिरों सहित रामजन्मभूमि को जाने वाले मार्गों पर अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है।
छह दिसंबर 1992 को रामजन्मभूमि पर स्थित विवादित ढांचा ध्वस्त हुआ था। रामजन्मभूमि के पक्ष में सुप्रीम फैसला आने के बाद वर्तमान में उक्त स्थान पर भव्य राममंदिर का निर्माण हो रहा है, जिसके नवनिर्मित गर्भगृह में अगले वर्ष 22 जनवरी को रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस समारोह में आएंगे।
सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी
छह दिसंबर को लेकर सुरक्षा एजेंसियां काफी चौकन्नी हैं। एसएसपी राजकरन नय्यर ने जिले के सभी थानों को एलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया है। होटल, ढाबे, गेस्ट हाउस एवं धर्मशालाओं की निरंतर चेकिंग की जा रही है। शहर में प्रवेश के स्थलों पर सुबह से ही वाहन चेकिंग जारी है।
राम मंदिर जाने वाले मार्गों पर अतिरिक्त पुलिस की तैनाती
सीओ सिटी शैलेंद्र सिंह ने भ्रमण कर निगरानी का जायजा लिया। सआदतगंज में कैंट पुलिस एवं नयाघाट पर अयोध्या पुलिस ने चेकिंग प्वाइंट बनाया है। पुलिस को निरंतर गश्त करने का निर्देश दिया गया है। राममंदिर जाने वाले मार्गों सहित अन्य संवेदनशील स्थलों के आसपास पुलिस कर्मियों की अतिरिक्त तैनाती की गई है। सीओ अयोध्या शैलेंद्रप्रताप गौतम ने बताया कि छह दिसंबर को लेकर अतिरिक्त निगरानी बरती जा रही है। वाहनों की निरंतर चेकिंग हो रही है।