पटना: नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने बिहार सरकार पर आउटसोर्सिंग से हो रही नियुक्ति को लेकर कई आरोप लगाए. शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि बिहार सरकार आउट सोर्सिंग के माध्यम से जो नियुक्ति विभिन्न विभागों में कर रही है उसमें बहुत बड़ा घोटाला हो रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के मंत्री भी आउटसोर्सिंग से हो रही नियुक्ति को गलत मान रहे हैं बावजूद सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, जो कि गलत है।
विजय सिन्हा ने कहा कि विधानसभा में जिस तरह से आउटसोर्सिंग से नियुक्ति प्रक्रिया फिर से शुरू की जा रही है हम मानते हैं कि वह पूरी तरह से गलत है. क्योंकि पहले ही उसे कंपनी को ब्लैकलिस्टेड कर दिया गया था, बावजूद इसके फिर से सरकार इस कंपनी को आउटसोर्सिंग का जिम्मा देकर के कहीं ना कहीं नियुक्ति घोटाला करवाना चाह रही है, जो की ठीक नहीं है।
विजय सिन्हा ने राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को लेकर भी बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से जगदानंद सिंह को राष्ट्रीय जनता दल ने बेइज्जत कर बाहर निकाला था बावजूद उस पार्टी के गुणगान करने में वह लगे हैं. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल में रहकर वह सनातन धर्म को लेकर कुछ से कुछ बोलते रहते हैं ये संगत का असर है. उन्हें कम से कम अपने पुत्र से शिक्षा लेनी चाहिए जो मंत्री रहते हुए स्वाभिमान से कभी भी समझौता नहीं किया. मंत्री पद छोड़कर घर में बैठ गए।
विजय सिन्हा ने कहा कि जनता सब कुछ देख रही है. सनातन धर्म का अपमान करने वाले ऐसे राजद नेताओं को समय आने पर जनता सबक सिखाएगी. विजय सिन्हा ने जगदानंद सिंह के बयान को लेकर राष्ट्रीय जनता दल पर भी निशाना साधा. उन्होंने, कहा कि राष्ट्रीय जनता दल जिस तरह से तुष्टिकरण की राजनीति कर एक विशेष समाज के वोट को अपनी तरफ करने की कोशिश कर रहा है उससे कुछ होने वाला नहीं है. निश्चित तौर पर समय आने पर उन्हें पता चल जाएगा कि तुष्टिकरण की राजनीति का मतलब बिहार में क्या होता है।