भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान इसरो से चंद्रमा पर भेजे गए चंद्रयान-3 के विक्रम और प्रज्ञान अपनी नींद से जागने वाले हैं। चंद्र रात होने के कारण इसरो ने विक्रम और प्रज्ञान को दो सप्ताह के लिए स्पील मोड पर रखा था। चंद्र रात पूरी होने के बाद अब उनके द्वारा आगे की खोजज की जाएगी। इस पर इसरो के पूर्व अध्यक्ष जी माधवन नायर और के सिवन ने अपने विचार रखे हैं।
… तो फिर से शुरू होगा डेटा कलेक्शन
रिपोर्ट्स के अनुसार, इसरो के पूर्व अध्यक्ष जी माधवन नायर का कहना है कि विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर दो सप्ताह से गहरी नींद में हैं। हालांकि चंद्रमा के तापमान को लेकर कुछ चिंताएं भी हैं। यदि सब कुछ सही रहा तो सिस्टम को फिर से चालू किया जाएगा। इसके बाद दोनों चंद्रमा की सतह से और ज्यादा डेटा एकत्रित करना शुरू करेंगे। बताया गया है कि चंद्रयान-3 चंद्र मिशन का दूसरा चरण प्रज्ञान रोवर और विक्रम लैंडर के जागने के साथ शुरू होगा। इसरो के अध्यक्ष जी माधवन नायर ने एक वास्तविक चिंता साझा की है कि ऐसा लगता है, फ्रीजर से कुछ जांच की जा रही है।
तापमान को लेकर जताई ये आशंका
नायर ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि तापमान 150 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया होगा। उस तापमान में बैटरी, इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रणाली कैसे जीवित रहते हैं, यह भी वास्तव में चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि जमीन पर पर्याप्त परीक्षण किए गए हैं कि यह ऐसी स्थिति के बाद भी काम कर सके। फिर भी हमें उम्मीद है। सौर ताप उपकरणों और चार्जर बैटरियों को भी गर्म कर देगा। यदि ये दोनों चुनौतियां सफलतापूर्वक पूरी हो जाती हैं, तो सिस्टम के फिर से चालू करने में आसानी रहेगी।
उम्मीद रखिए, सब अच्छा होगाः के सिवन
उधर, विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर पर इसरो के पूर्व अध्यक्ष के सिवन ने कहा कि अभी हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा। यह एक चंद्र रात से गुजर चुका है और अब चंद्र दिवस शुरू हो गया है। इसलिए अब प्रज्ञान और विक्रम जागने की कोशिश करेंगे। अगर सभी प्रणालियां ठीक रहीं तो ये अपना आगे का काम शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि यह अंत नहीं है। आगे विज्ञान की और भी खोजें सामने आएंगी। चंद्रयान-1 का डेटा बहुत सारी खोज लेकर आया है। इसलिए मुझे उम्मीद है कि बहुत कुछ नया आने वाला है।