भागलपुर जिला अंतर्गत सबौर प्रखंड के बाबूपुर मोड़ के समीप शिव शिष्य हरींद्रानंद फाउंडेशन के तत्वाधान में विराट शिव गुरु महोत्सव आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन महेश्वर शिव के गुरू स्वरूप से एक-एक व्यक्ति का शिष्य के रूप में जुड़ाव हो सके,इसी उद्देश्य से किया गया।
कालखंड के प्रथम शिव शिष्य साहब श्री हरीन्द्रानन्द जी के संदेश को लेकर पटना बिहार से आई शिव शिष्या अनुनीता आनंद ने कहा कि शिव जगत गुरु हैं,गुरुओं के गुरु हैं। संपूर्ण मानवी सृष्टि उन्हें अपना शिष्यभाव अर्पित कर सकती है। शिव केवल नाम के नहीं अपितु काम के गुरू हैं।
शिव के औढरदानी स्वरूप से धन, धान्य, संतान, सम्पदा आदि प्राप्त करने का व्यापक प्रचलन है तो उनके गुरू स्वरूप से ज्ञान भी क्यों नहीं प्राप्त किया जाय? किसी संपत्ति या संपदा का उपयोग ज्ञान के अभाव में घातक हो सकता है। जीवन में ज्ञान का बहुत महत्व है,उसके बिना जीवन ही व्यर्थ है। शिव से बड़ा कोई ज्ञानी नही है,उससे बड़ा को दानी नहीं है। उनको गुरु बना कराने सृष्टि जीवन को सुवासित और समृद्ध कर सकती है।
संसार का एक-एक व्यक्ति चाहे वह किसी धर्म, जाति, संप्रदाय, लिंग का हो शिव को अपना गुरू बना सकता है। शिव का शिष्य होने के लिए किसी पारम्परिक औपचारिकता अथवा दीक्षा की आवश्यकता नहीं है। इस मौके पर अलग अलग राज्यों से शिव शिष्य का आगमन हुआ है इस कार्यक्रम में शिव शिष्य साहब पटना से आए डॉक्टर अमित कुमार श्री रामेश्वर मंडल एवं रामनारायण शर्मा तथा शिव शिष्य कार्यकर्ता शामिल थे।