पटना: भागलपुर के मायागंज अस्पताल में लाइसेंसी रिवाल्वर हाथ में लेकर जाने के मामले में गोपालपुर के जदयू विधायक गोपाल मंडल को जिलाधिकारी ने नोटिस भेजा था. विवादों में फंसे विधायक ने इस नोटिस का जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि 3 अक्टूबर को वह मायागंज अस्पताल में भर्ती सगे संबंधियों को देखने गए थे. बेल्ट नहीं रहने के चलते हाथ में रिवाल्वर लेकर गए थे. रिवाल्वर को उन्होंने अस्पताल में लहराया नहीं था बल्कि पॉकेट के बगल में हाथ रख कर गए थे और वापस भी उसी तरह आये. पायजामा में हथियार रखे तो वह गिरने लगा था. हाथ में हथियार किसी गलत नीयत से लेकर नहीं गए थे.
आपको बता दें कि पत्रकारों से बदसलूकी मामले में भी शनिवार को वीडियो जारी कर विधायक ने माफी मांगी थी. शुक्रवार को पटना में जदयू कार्यालय में पत्रकारों ने उनसे किया तो वह बौखला गए थे और उन्होंने गाली का इस्तेमाल किया. जब इस पूरे मसले पर विवाद बढ़ा तो गोपाल मंडल माफी मांगी. वह हाथ जोड़कर कह रहे थे कि मेरी ऐसी कोई मंशा नहीं थी. मैंने अपने लोगों का कहा था, पत्रकारों को नहीं कहा था और अगर मेरी बात से किसी को ठेस पहुंची है तो मैं उसके लिए माफी मांगता हूं.
गोपाल मंडल ने इस तरह का कारनामा पहली बार नहीं किया है. हम आपको बता दें कि गोपाल मंडल ने मुख्यालय डीएसपी को गंगा में फेंक देने की धमकी दे चुके हैं. तेजस ट्रेन में अर्धनग्न होकर टहलते नजर आए थे. कई दफा बार बालाओं के साथ अश्लील गानों पर कुर्त्ता उठाकर नृत्य करते नजर आये हैं तो वहीं कई बार अपने ही सरकार के खिलाफ अजीबोगरीब बयान देकर सीएम नीतीश को असहज महसूस कराया है. अब अस्पताल में इस तरह हथियार लेकर पहुंचे थे.