बिहार में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की सरकार है ऐसे में इस सरकार में जो महत्वपूर्ण विभाग हैं वह भी इन्हीं दो नेताओं के हिस्से में है। ऐसे में समय दर समय इन विभागों के नेता अपने विभागों के तरफ से तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित करवाते रहते हैं। ऐसे में सबसे अलग और रोचक चीज जो देखने को मिली है वह यह है कि तेजस्वी के विभाग के तरफ से एक कार्यक्रम आयोजित किया गया और इसको लेकर सरकारी विज्ञापन भी जारी किया गया। लेकिन इस सरकारी विज्ञापन में बड़े पैमाने पर गलती की गई है।
दरअसल, पर्यटन विभाग के तरफ से 25 नवंबर से लेकर 14 दिसंबर तक कंटेंट राइटिंग प्रतियोगिता आयोजित करवाई गई है। जिसको लेकर पूरे देश भर के लोगों को शामिल होने का निमंत्रण दिया गया है। इसके तहत प्रथम पुरस्कार हासिल करने वाले को एक लाख रुपए दिए जाएंगे। लेकिन इसमें सबसे बड़ी चीजों देखने को मिली है वह यह थी कि तेजस्वी के विभाग के तरफ से जो विज्ञापन निकाला गया था उसमें बड़े पैमाने पर गलती थी। इस विज्ञापन का शीर्षक कंटेंट राइटिंग कॉन्टेस्ट (Content writing contest) दिया गया। बोल्ड और बड़े अक्षरों में प्रकाशित विज्ञापन के मुख्य शीर्षक में ही गलती देखी गई। यहां WRITING की स्पेलिंग गलत (WRITTING) लिखी गई। यह गलत विज्ञापन कई जगहों पर प्रकाशित भी हो गया।
वहीं, स्पेलिंग मिस्टेक के साथ विज्ञापन प्रकाशित होने के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए इसे ‘अनपढ़ शासन’ का ज्वलंत उदाहरण बताया। बीजेपी के नेता ने कहा कि स्पेलिंग मिस्टेक से यह सार्वजनिक हो गया है कि बिहार की महागठबंधन सरकार में ‘अनपढ़ और गैर-जिम्मेदार’ लोग सत्ता संभाल रहे हैं। इसमें ऐसे विभाग भी शामिल हैं, जिसकी कमान तेजस्वी यादव के पास है।
उधर, राज्य पर्यटन विभाग ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है और अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर आवश्यक क्षति नियंत्ण उपाय किए है। राज्य पर्यटन विभाग के पीआरओ रविशंकर उपाध्याय ने आजतक से कहा कि विभाग ने गलती की पहचान की थी, जिसके बाद विभाग की आईटी टीम ने तत्काल सुधारात्मक उपाय किए गए। उपाध्याय ने कहा कि मामले की जांच करने और जवाबदेही तय करने के लिए एक आंतरिक जांच समिति का गठन किया गया है. उन्होंने कहा कि दोषी पाए जाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।