बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने तैयारी शुरू कर दी है। आयोग ने इसके लिए मतदाता सूची के पुनरीक्षण का कार्यक्रम जारी कर दिया है। 29 अक्टूबर से मतदाता सूची का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्य शुरू होगा। इसी आधार पर अगले साल बिहार विधानसभा चुनाव होगा।
अभी बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) घर-घर जाकर मतदाता सूची के अनुसार मतदाताओं की पहचान कर रहे हैं। कितने नए मतदाता बन सकते हैं और कितने मतदाताओं की मौत हो गई है, यह काम 18 अक्टूबर तक चलेगा। घर-घर सर्वे के दौरान किसी व्यक्ति की पहचान नहीं की जा सकी है तो उसे भी मतदाता सूची के संक्षिप्त पुनरीक्षण के दौरान दावा या आपत्ति दाखिल करने का मौका मिलेगा। आयोग के अनुसार, 29 अक्टूबर को मतदाता सूची के प्रारूप प्रकाशन होगा। नए नाम शामिल करने के लिए 1 जनवरी, 2025 को योग्य मतदाता होने की अर्हता निर्धारित की गयी है।
इस दौरान विशेष अभियान चलाकर दावा एवं आपत्ति प्राप्त किया जाएगा। 24 दिसंबर तक सभी आपत्ति एवं दावों का निराकरण करने का लक्ष्य है। एक जनवरी 2025 को सभी आंकड़े एवं सूची अपडेट कर प्रकाशन के लिए तैयार किया जाना है। वहीं, मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 6 जनवरी 2025 को किया जाएगा।