लोकसभा चुनाव का अंतिम व सातवा चरण सबसे अहम माना जा रहा है. क्योंकि उत्तर प्रदेश की सबसे वीवीआईपी सीट वाराणसी में भी इसी चरण में वोटिंग हो रही है.
मुख्य तथ्य
- देश के सबसे वीवीआईपी सीट वाराणसी में भी सांतवें चरण में मतदान
- मुख्यमंत्री योगी ने वोट डालकर की अधिक से अधिक मतदान करने की अपील
- 13 लोकसभा सीटों पर कुल 144 प्रत्याशी आजमा रहे भाग्य
लोकसभा चुनाव का अंतिम व सातवा चरण सबसे अहम माना जा रहा है. क्योंकि उत्तर प्रदेश की सबसे वीवीआईपी सीट वाराणसी में भी इसी चरण में वोटिंग हो रही है. इसके अलावा भी कई ऐसी सीट हैं जो पहले से बीजेपी के पास है. लेकिन इस बार कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है. आपको बता दें कि इस चरण में पीएम मोदी सहित तीन केन्द्रीय मंत्री भी चुनाव मैदान में हैं. अब देखना है कि जनता किसे जनादेश देगी. हालांकि उम्मीद जताई जा रही है कि इन 13 सीटों में से बीजेपी 8 सीट आसानी से जीत लेगी. लेकिन ये सिर्फ कयास है. परिणाम जानने के लिए 4 जून का इंतजार करना होगा..
अंतिम चरण यानि सातवें फेज में उत्तर प्रदेश की जिन 13 लोकसभा सीटों पर वोटिंग हो रही हैं उनमें वाराणसी, गोरखपुर, मिर्जापुर, चंदौली, घोसी, गाजीपुर, महराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, सलेमपुर, बलिया और रॉबर्ट्सगंज सीट शामिल हैं. आपको बता दें कि इन सीटों में से 11 सीटें सामान्य श्रेणी की हैं. जबकि दो सीटें रिजर्व कैटेगिरी में आती हैं. सभी 13 सीटों पर कुल 144 प्रत्याशी भाग्य की आजमाइस कर रहे हैं. हालांकि इन सीटों में कई सीटें ऐसी हैं जिन पर 2014 से बीजेपी का कब्जा है. हालांकि इस बार वोटिंग प्रतिशत पर भी बहुत कुछ निर्भर करता है..
PM मोदी समेत इन दिग्गजों की साख दांव पर
उत्तर प्रदेश में अंतिम चरण के चुनाव में प्रमुख उम्मीदवारों में वाराणसी से पीएम मोदी के अलावा केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय (चंदौली), केंद्रीय राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल (मिर्जापुर) और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी (महराजगंज) में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. वहीं पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर (बलिया), माफिया मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी (गाजीपुर), भोजपुरी अभिनेता रवि किशन और अभिनेत्री काजल निषाद (गोरखपुर) भी चुनाव लड़ रहे हैं।