दिसंबर का महीना भी अब समाप्ति की ओर है लेकिन जिस ठंड की लोगों को जरूरत है वो देखने को नहीं मिल रही है। इन दिनों तापमान में कोई खास बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है। तापमान में मामूली उतार चढ़ाव ही देखने को मिल रहा है। ऐसे में IMD के जो ताजा अपडेट हैं उसके अनुसार आने वाले 27 दिसंबर तक कोई बदलाव नहीं नजर आने वाला है
कृषि वैज्ञानिकों ने तापमान का यह स्थिति रबी फसलों के लिए नुकसानदायक बताया है। कृषि मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो गेहूं सहित अन्य रबी फसलों के लिए रात का औसत तापमान 7°C से 9°C में बीच होना चाहिए लेकिन अभी यह 10 से 12 डिग्री सेल्सियस रह रहा है। जबकि देश के पश्चिमी भाग में भीषण ठंड ने दस्तक दे दी है, वहीं दूसरी ओर पर्वतीय इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ उठने के कारण भारी वर्फबारी हो रही है।
ऐसे में 27 दिसंबर के आसपास प्रदेश में वर्षा के आसार बन रहे हैं। यह ठंड के मौसम में राज्य में होने वाली दूसरी वर्षा होगी। इस वर्ष ठंड के मौसम में पूर्व में भी एक हल्की वर्षा हो चुकी है। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी संजय कुमार का कहना है कि अगले छह दिनों तक राज्य के मौसम में कोई विशेष बदलाव के संकेत नहीं है।
देश के पर्वतीय इलाके में बनने वाले पश्चिमी विक्षोभ से प्रदेश के कुछ भागों में 27 दिसंबर के आसपास वर्षा हो सकती है। इसके साथ ही राज्य में ठंड काफी बढ़ जाएगी। साथ ही 31 की रात में घना कोहरा भी हो सकता है। शनिवार को पूसा राज्य का सर्वाधिक ठंडा स्थान रहा। वहां पर न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं, मधुबनी में सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान 29.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। राजधानी पटना का अधिकतम तापमान 24.7 एवं न्यूनतम 13 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।