करवाचौथ का पर्व भारतीय संस्कृति में एक विशेष महत्व रखता है। इस दिन सुहागन महिलाएं अपने पतियों की लंबी उम्र और सुखी जीवन के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। इस अवसर पर हर घर में खुशी का माहौल होता है, जहां पति-पत्नी मिलकर चांद का बेसब्री से इंतजार करते हैं। चांद निकलने पर पति अपनी पत्नी को पानी पिलाकर उसका व्रत समाप्त कराता है।
हालांकि, यूपी के वृंदावन में इस साल करवाचौथ का पर्व एक दुखद घटना के साथ जुड़ गया। यहां एक पति, प्रदीप, को अपनी पत्नी निशा का एक पत्र मिला, जिसे पढ़ते ही वह बेहोश हो गया। रिपोर्ट के अनुसार, घर में चल रही ग्रह क्लेश के चलते निशा अपने दो बच्चों को छोड़कर नाराज होकर कहीं चली गई थी।
जब प्रदीप ने पत्र पढ़ा, तो उसकी स्थिति बिगड़ गई। वह तुरंत अपनी पत्नी की तलाश में निकल पड़ा। उसने बताया कि वह परेशान था और हर जगह उसे ढूंढने की कोशिश कर रहा था। इसी बीच, पानीगांव पुल पर उसे पत्नी की चप्पलें मिलीं, जिसने उसकी चिंताओं को और बढ़ा दिया।
प्रदीप ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, और उनकी मदद की गुहार लगाई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और महिला की तलाश के लिए गोताखोरों की मदद भी ली। हालांकि, अभी तक निशा का कोई सुराग नहीं मिला है।
इस घटना ने परिवार में हड़कंप मचा दिया है। प्रदीप और उनके बच्चे बेहद दुखी हैं, और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस लगातार प्रयास कर रही है कि जल्द से जल्द निशा का पता लगाया जा सके।
यह घटना एक बार फिर इस बात की याद दिलाती है कि परिवार में आपसी समझ और प्रेम का होना कितना आवश्यक है, ताकि ऐसे दुखद स्थितियों से बचा जा सके।