पिछले तीन दिनों से पटना सहित राज्य के कई जिलों में मानसूनी बादल झमाझम बरस रहे हैं। उत्तर बिहार में कहीं अतिभारी तो कहीं भारी बारिश का सिलसिला 27 जून से ही बना हुआ है। बादलों का प्रसार होने से अब दक्षिण बिहार में भी बारिश की स्थिति बेहतर हुई है। इससे खेती की गतिविधियां तेज हुई हैं। हालांकि अब भी राज्य भर में बारिश की 31 प्रतिशत कमी बनी हुई है।
मौसम विभाग ने छह जुलाई तक बारिश और वज्रपात की गतिविधियां बने रहने के आसार जताए हैं। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार सोमवार को राज्य के छह जिलों में भारी व छह जिलों में अतिभारी बारिश होगी। इस दौरान राज्यभर में आंशिक से मध्यम बारिश हो सकती है।
राज्यभर के लिए वज्रपात और मेघ गर्जन का अलर्ट है। कहीं-कहीं हवा की गति 30 से 40 किमी प्रतिघंटे रह सकती है। पटना जिले में भी मंगलवार तक बारिश की गतिविधियां बनी रहेंगी। मौसम विभाग की ओर से देर शाम अरवल, औरंगाबाद, बांका, गया, जमुई, जहानाबाद, कैमूर, लखीसराय, मुंगेर, नालंदा, नवादा, पटना, रोहतास और शेखपुरा में मेघ गर्जन, वज्रपात और बारिश का तीन घंटे का तात्कालिक अलर्ट जारी किया गया।
क्या है मौसमी सिस्टम
मौसमविदों के मुताबिक एक चक्रवातीय परिसंचरण मध्य उत्तर प्रदेश व उसके आसपास बना हुआ है। साथ ही एक अन्य चक्रवातीय परिसंचरण उपहिमालयी पश्चिम बंगाल से सिक्किम तक फैला है। इससे सोमवार और मंगलवार को राज्य के कई जिलों में अति भारी, कहीं भारी तो कहीं आंशिक से मध्यम बारिश संभावित है।
इन जिलों में येलो अलर्ट
वैशाली, दरभंगा, समस्तीपुर, सहरसा, भागलपुर एवं बांका।
यहां औरेंज अलर्ट
सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार और मधेपुरा।