बिहार के दानापुर से आरजेडी के विधायक रीतलाल यादव के भाई पिंकू यादव की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पटना एम्स के सुरक्षा अधिकारी पर फायरिंग के मामले में पिंकू यादव के खिलाफ खगौल पुलिस को वारंट मिल गया। सूत्रों की मानें तो अब पुलिस की टीम पिंकू की तलाश में अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रही है। हालांकि, उसके बिहार के बाहर होने की खबर मिली है। अगर वह नहीं पकड़ा गया तो जल्द से जल्द उसके घर की कुर्की-जब्ती की कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के मुताबिक, पटना एम्स के सुरक्षा अधिकारी पर फायरिंग के मामले में छानबीन के दौरान आरजेडी विधायक के भाई के खिलाफ सबूत हाथ लगने के बाद पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही है। साथ ही अदालती कार्रवाई के जरिए भी उस पर शिकंजा कसा जा रहा है। हालांकि, पिछले दिनों मामला सामने आने के बाद विधायक रीतलाल यादव ने मीडिया से कहा था कि अगर उनके भाई ने ऐसा कुछ किया होता तो वे खुद उसे पुलिस को सौंप देते।
बताया जाता है कि, गार्ड बहाली में अपने लोगों की पैरवी करने के दौरान पिंकू पर एम्स के सुरक्षा अधिकारी को धमकी देने का आरोप लगा था। इसके बाद सुरक्षा अधिकारी की गाड़ी पर घर से दफ्तर जाने के दौरान गोली चली थी। इस मामले में पुलिस ने गोली चलाने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस का दावा है कि पकड़े गए दोनों आरोपियों ने पिंकू यादव के इशारे पर गोली चलाने की बात को कबूल किया है।
मालूम हो कि, खगौल थाना क्षेत्र में एलिवेटेड रोड के समीप अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के मुख्य सुरक्षा अधिकारी प्रेमनाथ पर गुरुवार को जानलेवा हमला किया गया, जिसमें दानापुर विधायक रीतलाल यादव के भाई पिंकू यादव का नाम सामने आया है।ताबड़तोड़ फायरिंग से प्रेमनाथ की कार का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया। एसपी ने बताया था किहाल के दिनों में अस्पतालों व मेडिकल कालेजों में सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ाई जा रही है। घटना से चार दिन पहले प्रेमनाथ को एक कॉल आया था, जिसमें सामने वाले ने अपना परिचय दानापुर विधायक के भाई पिंकू यादव के रूप में दिया।