नेपाल के जनकधाम से कई पवित्र नदियों का जल संग्रह कर रामलला और मां सीता के मूर्ति का जलाभिषेक करने के लिए निकली जल यात्रा गोपालगंज पहुंची. इस दौरान राम भक्तों ने उनका जोरदार स्वागत किया. साथ ही उस जल को भी प्रणाम किया, जिस जल से भगवान श्री राम के बाल रूप और मां सीता का जलाभिषेक होगा. इसको लेकर श्रद्धालुओं में श्रद्धा और भक्ति देखी गई।
जनकधाम से निकली जल यात्रा
दरअसल 22 जनवरी को होने वाले रामलला की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा को लेकर राम भक्तो में खुशी का माहौल है. हर कोई इसे यादगार बनाने में जुटा हुआ है. वहीं नेपाल के बीरगंज के निवासी श्रद्धालु दीपेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि नेपाल के विभिन्न पवित्र नदियों से यह जल इकट्ठा कर कलश में रखा गया है. बताया कि भगवान श्री राम के ससुराल और सीता माता की जन्मस्थली जनकधाम से यह जलयात्रा निकली है।
नेपाल की नदियों का पवित्र जल संग्रह
सीता माता के मायके से होते हुए यह रथ अयोध्या पहुंचेगी. जहां आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीराम और माता सीता का इसी जल से जलाभिषेक किया जाएगा. इस पवित्र जल में नेपाल की प्रमुख नदियां जिसमें टंडली, महाकाली, नारायणी, त्रिवेणी, गंडकी, कोशी जैसी नदियों का जल शामिल है।
इस पवित्र जल को लेकर अयोध्या के लिए बुधवार को सुबह 10 बजे निकले हैं. गोपालगंज आने में करीब 14 घंटा लगा है. हर जगह रास्ते में लोगों की भीड़ और जन समर्थन देखने को मिला, जिससे काफी उत्साहित हैं. कोशिश है कि यह जल शुक्रवार शाम तक अयोध्या पहुंच जाए.”- दीपेंद्र कुमार गुप्ता, श्रद्धालु