जल संसाधन विभाग में पुल-पुलियों का नियमित रखरखाव होगा। यही नहीं विभागीय कार्यालयों, आवासीय एवं निरीक्षण भवनों में सुविधाओं का उन्नयन एवं बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित होगा। विभाग ने इसके लिए छह नई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार की है। जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने सिंचाई भवन सभागार में बुधवार को आयोजित विशेष कार्यक्रम में इसका विमोचन किया।
मंत्री ने कहा कि एसओपी के अनुरूप काम होने से बाढ़ से सुरक्षा के साथ नहर सिंचाई से संबंधित कार्यों का क्रियान्वयन और तेज गति से होगा। एसओपी से विभाग के क्षेत्रीय अधिकारियों को निर्णय लेने में अधिक सक्षम बनाया गया है। इससे विभिन्न स्तर पर स्वीकृति प्राप्त करने की विभागीय प्रक्रिया में लगने वाला समय कम होगा। उन्होंने विभागीय कार्यों में एसओपी का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए वरीय अधिकारियों से इसकी नियमित निगरानी करने को कहा। मंत्री ने बताया कि वर्ष 2013 में जब वे इस विभाग के मंत्री थे, तब विभाग ने बाढ़ प्रबंधन के लिए मानक संचालन प्रक्रिया तैयार की थी। इसमें त्वरित गति से निपटने के पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया गया था।
ये होगी नई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी)
1. नहरों की मानक संचालन प्रक्रिया
2. पुल-पुलिया के रखरखाव, संपोषण, संधारण की नीति 2024
3. नदियों, धारों, नहरों को पुनर्जीवित करने, उनकी जलवहन क्षमता बढ़ाने के लिए ली जाने वाली योजनाओं से संबंधित प्रक्रिया
4. विभाग के निरीक्षण भवनों के सुचारू संचालन, संधारण, सामान्य रखरखाव के लिए प्रक्रिया
5. विभाग के अंतर्गत कार्यालय, अन्य संबद्ध भवनों के संधारण, संचालन के लिए मानक प्रक्रिया
6. विभाग के अंतर्गत आवासीय भवनों एवं आवासीय परिसरों के संधारण, संचालन के लिए मानक प्रक्रिया