नई सरकार के फ्लोर टेस्ट से पहले बिहार की सियासत में हलचल तेज हो गई है। फ्लोर टेस्ट से पहले जीतन राम मांझी से माले विधायकों की मुलाकात के बाद यह चर्चा तेज हो गई थी कि जीतन राम मांझी लालू के जाल में फंसकर पलटी मार सकते हैं हालांकि तमाम तरह की कयासों के बीच जीतन राम मांझी ने अपनी सफाई दी है। मांझी ने कहा है कि वे गरीब जरूर हो सकते हैं लेकिन बेईमान नहीं है, वे और उनकी पार्टी पूरी मजबूती से सरकार के साथ है।
जीतन राम मांझी ने कहा कि हम किसी के चंगूल में नहीं फंसना चाहते हैं। हम जहां हैं हमारे चारो विधायक वहां हैं। हमारे दो विधायक जो बाहर हैं कल तक आ जाएंगे। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष मांझी भी कल शाम तक पटना पहुंच जाएंगे। शाम में हमने बैठक रखी है। हमने आज ही व्हिप जारी कर दिया है कि हमारे चारों विधायक एनडीए गठबंधन के पक्ष में वोट देंगे। हमारे सभी विधायक विधानसभा में हाजिर रहेंगे और सरकार के पक्ष में मतदान भी करेंगे। यह बात पूरी तरह से स्पष्ट है कहीं कोई बात नहीं है।
उन्होंने कहा कि लोगों के मिलने जुलने की बात रही तो मेरी 43-44 वर्ष की राजनीति हो गई है। बहुत लोग आते हैं मिलते रहते हैं उनको मना नहीं कर सकता। अगर उनसे मिलने मात्र से कोई संशय की बात होती है तो इसका मतलब है कि जीतन राम मांझी को किसी ने ठीक तरह से समझा नहीं है। उन्होंने कहा कि हम गरीब जरूर हो सकते हैं लेकिन बेईमान नहीं हो सकते हैं और अंत-अंत तक साथ देंगे। किसी का आना-जाना बहुत महत्व नहीं रखता है।
इसके साथ ही साथ जीतन राम मांझी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि, “जो खेला होना था हो गया अब कुछ होने वाला नहीं है। मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए मजबूत था है और रहेगा। वईसे फिर भी किसी को “खेला” खेलने का मन है तो विकास जी के दुकान पर जाकर खिलौना ले ले। वहां 30% का डिस्काउंट चल रहा है,सस्ता,मज़बूत एवं टिकाऊ खिलौना बेचतें हैं विकास बाबू।”