बिहार के सारण लोकसभा सीट पर सोमवार को छिटपुट हिसा के बीच मतदान संपन्न हो गया. हालांकि इसके बाद अगले दिन यानी मंगलवार को छपरा जल उठा. यहां राजनीतिक हिंसा शुरू हो गई. इसकी भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि गोली लगने से एक शख्स की मौत हो गई है. वहीं दो लोग जख्मी हो गए हैं. इस घटना के बाद से जमकर बयानबाजी हो रही है।
‘जहां लालू रहेंगे वहां यह नई बात नहीं’ : सारण सीट से बीजेपी के उम्मीदवार व वर्तमान सांसद राजीव प्रताप रूडी ने बड़ा बयान दिया है. एक इंटरव्यू के दौरान राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि जहां लालू यादव रहेंगे वहां यह सब नई बात नहीं हैं. सारण में महीनों से कैंप करना, यहां जिस तरह से हंगामा होता है, तांडव होता है, सबके सामने है।
‘एहतियात नहीं बरती गई’ : रूडी ने कहा कि यह सब चुनाव के पहले से शुरू हो गया था. चुनाव के खत्म होने के बाद गोलियां चलने लगी. यह पूरे बिहार को पता है कि कहां से यह शुरू हुआ. यहां जो एहतियात बरती जानी चाहिए थी, ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. यहां जो हो रहा है, बिहार सालों से इसी से डरता रहा है।
”मैं तो यही कहता हूं कि छपरा की लड़ाई बिहार की लड़ाई है. मैं पिछले 30 साल से इस लड़ाई को लड़ता आ रहा हूं. एक तरफ सिद्धांत, दूसरी तरफ विधि व्यवस्था, एक तरफ उदंडता तो दूसरी तरफ हिंसा है इसी के लिए बिहार की राजनीतिक लड़ाई है.”- राजीव प्रताप रूडी, बीजेपी प्रत्याशी, सारण लोकसभा
‘हम लोग कोई कमजोर नहीं हैं’ : बीजेपी प्रत्याशी ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल को खौफनाक और भयानक चेहरा कहा जाता है, उसका असल रुप देखना है तो छपरा आ जाइये. वो हमेशा हर चुनाव में और चुनाव के बाद ऐसा करते हैं, लेकिन हम लोग कोई कमजोर नहीं हैं. भारत जानता है कि हमारे कार्यकर्ता इसका डटकर मुकाबला करते हैं।
‘इस तरह की घटना हुई है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है. किसी के दरवाजे पर 500-700 और 1000 लोग लेकर रातभर, सुबह तक चढ़ाई कीजिएगा तो सेल्फ डिफेंस में गोलियां चलती हैं. फिर लगातार गोलियां चलती हैं. पूरा प्रशासन छपरा में मौजूद है. वैसे भी हॉट सीट कहलाता था तो अब असल में हॉट हो गया है.”- राजीव प्रताप रूडी, बीजेपी प्रत्याशी, सारण लोकसभा
‘..शासन में दबदबा है’ : जरा वीडियो निकाल कर देख लीजिए बूथ पर कौन घूमता है. ये आदत बनी हुई है न राष्ट्रीय जनता दल का बूथ-बूथ पर जाएंगे हिंसा फैलाएंगे. तो हो गया हिंसा. आप बूथ पर क्या करने गए थे. एफआईआर क्यों नहीं दर्ज होता है. यह सब तो कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन अभी भी शासन में दबदबा है कुछ ऐसे लोगों का जो राष्ट्रीय जनता दल से जुड़े हुए हैं।