प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने अमेरिका दौरे के तीसरे दिन सोमवार को न्यूयॉर्क में 79वें संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमने भारत में 250 मिलियन लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है।
पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में ‘समिट ऑफ द फ्यूचर’ में कहा, “जून में मानव इतिहास के सबसे बड़े चुनाव में भारत के लोगों ने मुझे लगातार तीसरी बार सेवा का अवसर दिया और आज मैं यहां मानवता के छठे हिस्से की आवाज आप तक पहुंचाने आया हूं। जब हम ग्लोबल फ्यूचर के बारे में बात कर रहे हैं, तो मानव-केंद्रित दृष्टिकोण सर्वप्रथम होना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि सतत विकास को प्राथमिकता देते हुए हमें मानव कल्याण, भोजन, स्वास्थ्य सुरक्षा भी सुनिश्चित करनी होगी। हमने भारत में 250 मिलियन लोगों को गरीबी से बाहर निकालकर दिखाया है कि सतत विकास सफल हो सकता है। हम सफलता के इस अनुभव को ग्लोबल साउथ के साथ साझा करने के लिए तैयार हैं।
पीएम मोदी ने कहा, “मानवता की सफलता हमारी सामूहिक शक्ति में निहित है ना कि युद्ध के मैदान में। वैश्विक शांति एवं विकास के लिए वैश्विक संस्थाओं में सुधार महत्वपूर्ण हैं। सुधार प्रासंगिकता की कुंजी है। एक तरफ वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए आतंकवाद जैसा बड़ा खतरा है, वहीं दूसरी तरफ साइबर, मैरिटाइम, स्पेस जैसे संघर्ष के नए-नए मैदान भी बन रहे हैं। मैं इन सभी मुद्दों पर जोर देते हुए कहूंगा कि वैश्विक कार्रवाई वैश्विक महत्वाकांक्षा से मेल खानी चाहिए। हमें ऐसा ग्लोबल डिजिटल गवर्नेंस चाहिए, जिससे राष्ट्रीय संप्रभुता और अखंडता अक्षुण्ण रहे।”
उन्होंने कहा, ” डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर लोगों के लिए एक पुल होना चाहिए न कि किसी के लिए बाधा बने और भारत यह साझा करने के लिए तैयार है।”