प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार एनडीए सांसदों की बैठक में एनडीए गठबंधन की एकता,त्याग और स्थायित्व की बात पर जोर देते हुए कहा कि भाजपा ने बड़े कॉज के लिए कई बार त्याग किया है और कई अवसरों पर बड़ी कुर्बानी दी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा के त्याग और कुर्बानी की बात पर जोर देते हुए बिहार के एनडीए सांसदों से कहा कि राजनीति में कई बार बड़े कॉज के लिए त्याग करना पड़ता है, कुर्बानी देनी पड़ती है और भाजपा ऐसा करने में हमेशा सबसे आगे रही है,तत्पर रही है।
प्रधानमंत्री के भाषण को नीतीश कुमार पर कटाक्ष के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि इससे पहले प्रधानमंत्री एनडीए सांसदों के एक दूसरे कलस्टर की बैठक को संबोधित करते हुए यह कह चुके हैं कि भाजपा ने विधायकों की कम संख्या होने के बावजूद त्याग करते हुए नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया था।
प्रधानमंत्री ने एनडीए के गठन के पूर्व देश के राजनीतिक माहौल का जिक्र करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में 25 साल पहले एनडीए का गठबंधन हुआ था. उस समय देश में राजनीतिक अस्थिरता का माहौल था, जिसे अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में एनडीए ने खत्म कर देश की राजनीति को स्थायित्व दिया. उन्होंने कहा कि एनडीए का मतलब है- स्टेबिलिटी यानी स्थायित्व और स्थिरता।