रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार रात 10 बजे के करीब मची भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई जबकि कई लोग घायल हो गए। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने इस हादसे पर दुख जताया है। वहीं रेल मंत्री ने इस हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। बताया जा रहा है कि अचानक से प्लेटफॉर्म पर भीड़ काफी बढ़ गई। इस वजह से लोगों के बीच भगदड़ मच गई और 14 महिलाओं समेत कुल 18 लोगों की मौत हो गई।
पहले कभी ऐसी भीड़ नहीं देखी
वहीं रेलवे स्टेशन पर कुली का काम करने वाले एक व्यक्ति ने बताया, “मैं 1981 से कुली का काम कर रहा हूं, लेकिन मैंने पहले कभी ऐसी भीड़ नहीं देखी।” उन्होंने इस हादसे के बारे में बताया, ‘प्रयागराज स्पेशल को प्लेटफॉर्म नंबर 12 से रवाना होना था, लेकिन इसे प्लेटफॉर्म नंबर 16 पर शिफ्ट कर दिया गया। जब प्लेटफॉर्म 12 पर इंतज़ार कर रही भीड़ और बाहर से इंतज़ार कर रही भीड़ प्लेटफॉर्म 16 पर पहुंचने की कोशिश कर रही थी, तो लोग आपस में टकराने लगे और एस्केलेटर और सीढ़ियों पर गिरने लगे। भीड़ को रोकने के लिए कई लोग वहां जमा हो गए।’
प्लेटफ़ॉर्म पर सिर्फ़ जूते और कपड़े थे
उन्होंने आगे बताया, “हमने कम से कम 15 शवों को उठाकर एम्बुलेंस में डाला। प्लेटफ़ॉर्म पर सिर्फ़ जूते और कपड़े थे। जब प्लेटफॉर्म 12 पर इंतज़ार कर रही भीड़ और बाहर से आई भीड़ प्लेटफॉर्म 16 पर पहुंचने की कोशिश कर रही थी, तो लोग आपस में टकराने लगे और एस्केलेटर और सीढ़ियों पर गिरने लगे। हमने पुलिस, दमकल गाड़ियों को बुलाया और 3-4 एम्बुलेंस वहां पहुंची और लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया।”
भीड़ देखकर हम भी घबरा गए
वहीं प्लेटफॉर्म पर दुकान लगाने वाले रवि ने बताया कि कल रात को भी दुकान खुली हुई थी। इतनी भीड़ कभी नहीं देखी। भीड़ देखकर हम भी घबरा गए। प्रयागराज एक्सप्रेस 14 नंबर प्लेटफार्म पर आई है तब भगदड़ मच गई। लोग दब गए। यह हादसा सीढ़ियों पर हुआ।
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