सिवानः क्या आरजेडी और शहाबुद्दीन परिवार का रिश्ता खत्म होने की कगार पर है? सिवान में जन विश्वास यात्रा के दौरान तेजस्वी यादव के मंच से हिना शहाब का नदारद रहना और उसके बाद उनके बड़े बयान से सियासी गलियारों में ये सवाल गूंजने लगा है. हिना शहाब ने साफ कहा कि वे निजी काम में व्यस्त हैं, कहां और कब किसका प्रोग्राम था उन्हें कुछ नहीं पता।
पोस्टर में शहाबुद्दीन, मंच से परिवार गायबः जन विश्वास यात्रा के तीसरे दिन गुरुवार को सिवान में आयोजित जनसभा में एक चौंकानेवाली घटना हुई. सिवान शहर से सटे तड़वां गांव के एक मैदान में जब तेजस्वी की सभा हो रही थी तो सभी की आंखें मंच पर हिना शहाब और उनके परिवार के लोगों को तलाश रही थीं. आरजेडी के पोस्टर में शहाबुद्दीन की तस्वीर तो थी, लेकिन शहाबुद्दीन परिवार का कोई सदस्य मंच पर नहीं दिखा।
गर्म हुआ चर्चाओं का बाजारः बिहार की सियासत में आरजेडी के लिए शहाबुद्दीन कितने अहम रहे हैं, ये बात किसी से छिपी नहीं है. ऐसे में तेजस्वी के मंच से शहाबुद्दीन परिवार के सभी सदस्यों का गायब रहना नयी चर्चाओं को जन्म दे रहा है. लोग ये जानना चाह रहे हैं कि क्या आरजेडी और शहाबुद्दीन परिवार के बीच खाई इतनी चौड़ी है कि उसे पाटना अब मुश्किल है? क्या मंच से गायब रहकर हिना शहाब ने आरजेडी से रिश्ते खत्म होने की बात पर मुहर लगा दी है?
कब, कहां और किसका प्रोग्रामः सिवान की जनसभा में तेजस्वी ने कहा कि वक्त के साथ बदलाव जरूरी है और ठीक उसके बाद हिना शहाब का बड़ा बयान ये जता रहा है कि काफी कुछ बदल चुका है. जब हिना से पूछा गया कि तेजस्वी के प्रोग्राम में क्यों नहीं गयी तो उन्होंने अपने बयान से चौंका दिया. हिना ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि किसका प्रोग्राम कहां और कब था. वे तो अपने गांव के एक निजी कार्यक्रम में व्यस्त थीं, उन्हें किसी प्रोग्राम के बारे में जानकारी नहीं है।
बहुत कुछ कह रहा है हिना का बयानः इतना ही नहीं चुनाव लड़ने की बात पर भी हिना ने अपने बयान से कई सवालों को जन्म दे दिया. हिना ने कहा कि वे लड़ें या उनका बेटा या उनके साथ रहनेवाले लोग, एक ही बात है. हिना ने ये भी कहा कि वे किस दल से चुनाव लड़ेंगी, उनका चुनाव चिह्न क्या होगा? जब नॉमिनेशन होगा तो सब सामने आ जाएगा।
20 फरवरी से जन विश्वास यात्रा पर हैं तेजस्वीः लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर जन विश्वास यात्रा पर निकले तेजस्वी को जगह-जगह लोगों का जबरदस्त समर्थन मिल रहा है. इससे उत्साहित तेजस्वी केंद्र और नीतीश सरकार को उखाड़ फेंकने का दावा भी कर रहे हैं, लेकिन सिवान में आयोजित कार्यक्रम से शहाबुद्दीन परिवार की दूरी उनकी सियासत के लिए शायद ही ठीक हो।