लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद जनता दल यूनाइटेड के नेता गदगद हैं. जेडीयू के वरिष्ठ नेताओं का साफ कहना है कि नीतीश कुमार ही बिहार एनडीए के नेता हैं और आगे भी वे ही गठबंधन के लीडर रहेंगे. ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि सीएम का वर्चस्व हमेशा रहा है लेकिन कुछ लोग बयान देने लगते हैं. उन्होंने कहा कि जो लोग बयान दे रहे थे, अब वह भी नतमस्तक हैं।
विरोधियों पर साधा निशाना: श्रवण कुमार ने बिना नाम लिए तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधा और कहा किन-किन शब्दों का प्रयोग कर रहे थे. अब उन्हें चाचा लगने लगे हैं. जेडीयू नेता ने कहा कि राजनीति में ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए, जिससे लोगों की भावना को ठेस पहुंचे।
नीतीश के नेतृत्व में बिहार चुनाव?: लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद विधानसभा चुनाव को लेकर भी चर्चा शुरू हो गई है. मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि हालांकि समय से पहले बिहार में चुनाव नहीं होगा लेकिन नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा और बेहतर परिणाम आएगा. नीतीश कुमार के नेतृत्व में जब चुनाव लड़ा जाएगा, तब प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनेगी. लोकसभा चुनाव में हम लोगों ने देखा है नीतीश कुमार के 18 सालों के काम का असर लोगों पर है और एनडीए को उसका लाभ मिला है।
“बिहार में चुनाव पहले तो नहीं होंगे लेकिन इतनी बात जरूर है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़े जाएंगे. उनके नेतृत्व में जब चुनाव लड़ेंगे तो बेहतर परिणाम आएंगे और सरकार भी बनेगी. इस चुनाव में भी हमलोगों ने देखा कि 18 साल के शानदार कार्यकाल की वजह से ही फायदा हुआ, ये बात सभी को माननी चाहिए.”- श्रवण कुमार, जेडीयू नेता सह मंत्री, बिहार सरकार
केंद्रीय मंत्रिमंडल पर क्या बोले?: 2019 में जेडीयू कोटे से केंद्रीय मंत्रिमंडल में केवल एक मंत्री पद मिला था, इस बार क्या उम्मीद है? इस पर मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि जो राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार तय करेंगे हम लोग उसे मानेंगे. नीतीश कुमार हमारे सर्वमान्य नेता हैं. संख्या बढ़ाने और घटाने का फैसला नीतीश कुमार ही लेंगे. सब कुछ नीतीश कुमार के हाथ में ही है. हम लोग तो उनके सिपाही हैं. वहीं, विशेष राज्य के दर्जे पर कहा कि केंद्र से पहले भी मदद मिलती रही है, अब और मदद मिलेगी।