देश के अलग-अलग हिस्सों में मौसम का मिजाज बदल रहा है। जहां उत्तर भारत में सर्दी ने दस्तक देनी शुरू कर दी है वहीं दक्षिण के कुछ राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी हुआ है। दूसरी ओर दिल्ली और आस-पास के इलाकों में वायु प्रदूषण ने लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल कर दिया है।
दक्षिण के इन राज्यों में बारिश का अलर्ट
दरअसल, मौसम विभाग ने तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम और रायलसीमा में गरज और चमक के साथ तेज बारिश का अनुमान लगाया है। इन इलाकों में 15 नवंबर तक बारिश जारी रहेगी। मंगलवार को दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के कई हिस्सों और पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के आस-पास के इलाकों सहित श्रीलंका और तमिलनाडु के तटों पर तूफानी मौसम की संभावना है। मौसम विभाग ने मछुआरों को इन क्षेत्रों में न जाने की सलाह दी है।
दिल्ली में एक्यूआई 354 के पार
उधर, दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, सुबह दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक-एक्यूआई 354 दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने अगले दो से तीन दिनों के दौरान दिल्ली एनसीआर में रात और सुबह के समय धुंध और हल्का कोहरा छाए रहने की संभावना जताई है।
प्रदूषण से सांस के मरीजों की संख्या बढ़ी
दिल्ली में सर्दियों के आते ही प्रदूषण की समस्या आम हो जाती है। पिछले कुछ दिनों से खासकर दीपावली के बाद से यहां पर लोगों को सांस लेने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। आईएएनएस से बात करते हुए बताया कि बढ़ते प्रदूषण के कारण पूर्वी दिल्ली के पॉश इलाकों में भी लोगों को परेशानी हो रही है। बच्चे, बूढ़े और जवान सभी को सांस लेने में परेशानी उठानी पड़ रही है। प्रदूषण के कारण दिल्ली के लोगों की जिंदगी बहुत बुरे हाल में बीत रही है। अगर कहीं, ट्रैफिक में रुक जाओ, तो वहां सांस नहीं ली जाती है। अब कहा जा रहा है कि प्रदूषण के कारण हार्ट स्ट्रोक और हार्ट अटैक से लोगों की मौत हो रही है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ा
बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ा हुआ है। केंद्रीय प्रदूषण एवं नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार दिल्ली में मंगलवार सुबह 7:30 बजे तक औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 355 दर्ज किया गया था, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है। राजधानी दिल्ली की 5 इलाकों में एक्यूआई लेवल 400 से ऊपर बना हुआ रहा, जिसमें आनंद विहार में 404, जहांगीरपुरी में 418, मुंडका में 406, रोहिणी में 415, और वजीरपुर में 424 एक्यूआई दर्ज किया गया। वहीं, दिल्ली के अन्य अधिकांश इलाकों में एक्यूआई स्तर 300 और 400 के बीच रहा।