चंपई सोरेन की दिल्ली यात्रा के बाद झारखंड की राजनीति गर्माई हुई है। चंपई सोरेन ने साफ कर दिया है कि वे निजी कारणों से दिल्ली आए हैं। बताया जा रहा है कि उनकी बीजेपी के कई बड़े नेताओं से मुलाकात हुई है। बंगाल के नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी से भी उनकी मुलाकात सामने आ रही है। पिछले महीने ही हेमंत सोरेन को बेल मिली है। जिसके बाद चंपई को झारखंड के सीएम का पद छोड़ना पड़ा था। अब उनके भाजपा में जाने की अटकलें लग रही हैं। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर ताजा पोस्ट डालकर बताया है कि उनके पास 3 ऑप्शन हैं।
चंपई ने कहा कि मेरे जीवन का नया अध्याय शुरू होने जा रहा है। मैंने यह बात दुखी मन से विधायक दल की बैठक में भी कही थी। राजनीति से संन्यास, खुद की पार्टी बनाना और नए साथी के साथ यात्रा करना। ये 3 ऑप्शन मेरे पास हैं। 67 साल के चंपई ने हेमंत सोरेन की 2 फरवरी को गिरफ्तारी के बाद सीएम पद की शपथ ली थी। वहीं, हेमंत सोरेन को ईडी की ओर से दर्ज किए गए मामले में जमानत मिल गई। जिसके बाद 3 जुलाई को उन्होंने रिजाइन कर दिया था। हेमंत दोबारा सीएम बने हैं। चंपई सोरेन पार्टी के व्यवहार से नाराज बताए जा रहे हैं। उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें थीं। जिन पर अब विराम लग गया है।
कुछ विधायक भी चंपई के साथ बदल सकते हैं पाला
चंपई ने कहा कि वे निजी कारणों से दिल्ली आए हैं। बताया जा रहा है कि वे बीजेपी के टच में हैं। लेकिन अभी बड़े नेताओं से मुलाकात नहीं हो सकी है। अगर वे बीजेपी में आते हैं तो जल्द होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी को फायदा मिल सकता है। माना जा रहा है कि उनके साथ 6 आदिवासी विधायक बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। लोकसभा चुनाव में आदिवासी इलाकों में बीजेपी को वोट नहीं मिले। कोल्हान प्रमंडल की 14 सीटों पर बीजेपी को काफी नुकसान उठाना पड़ा। अब पार्टी मानकर चल रही है कि इस सीटों पर चंपई के आने के बाद पार्टी को फायदा मिल सकता है। माना जा रहा है कि उनकी 1-2 दिन में बीजेपी के बड़े नेताओं से मुलाकात हो सकती है। जिसके बाद उनकी एंट्री हो सकती है।