आज रेखा गुप्ता दिल्ली की मुख्यमत्री के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगी। शपथ ग्रहण समारोह के बाद दिल्ली की नई सीएम और उनकी पार्टी भाजपा के सामने कई चुनौतियां होंगी। पार्टी द्वारा सीएम पद के लिए चुनी गईं रेखा गुप्ता शपथ लेने के बाद कई बड़े फैसले ले सकती हैं। पार्टी के चुनावी वादों में पानी की समस्या और यमुना सी सफाई के अलावा कई बड़े मुद्दे शामिल थे, जिनपर आने वाले समय में तेजी से काम किया जाएगा।
यमुना की सफाई की चुनौती
2025 के विधानसभा चुनाव में भाजपा का सबसे बड़ा मुद्दा यमुना की सफाई का ही था। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने भाषणों में इसका जिक्र किया। हाालांकि, बीजेपी के जीत के साथ ही पार्टी ने सबसे पहला काम यमुना की सफाई का किया है। अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने 2027 तक यमुना की सफाई करने का लक्ष्य रखा है।
आयुष्मान भारत योजना
23 सितंबर 2018 को केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की थी। लेकिन इस योजना को अरविंद केजरीवाल की सरकार ने दिल्ली में लागू नहीं होने दिया था। इस योजना को केजरीवाल यह कहते हुए रोक लगा दी थी कि दिल्ली सरकार की हेल्थ योजना केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना से ज्यादा बेहतर है। BJP हमेशा इस योजना को दिल्ली में लागू करने का मुद्दा उठाती आई है। इस योजना को दिल्ली में लागू करने का वादा पार्टी ने किया है, जिसकी जिम्मेदारी अब से रेखा गुप्ता की होगी।
बे-घरों को घर देना
बीजेपी ने हमेशा से दिल्ली में झुग्गी बस्तियों का मुद्दा उठाया है। पार्टी ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाए कि दिल्ली के नरेला में 50 हजार मकान बनाकर तैयार थे, लेकिन केजरीवाल सरकार ने इन घरों का आवंटन गरीब परिवारों को नहीं किया। BJP ने इसको लेकर वादा किया है कि जो भी फ्लैट बने हैं, उनकी मरम्मत कराकर गरीबों को दिए जाएंगे।
2500 देने का वादा
बीजेपी के संकल्प पत्र में 2500 रुपये देने का वादा किया है। जिसके आधिकारिक तौर पर शुरू होने का सभी महिलाओं को बेसब्री से इंतजार है। सीएम शपथ ग्रहण के बाद रेखा गुप्ता पर इस योजना को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी होगी। हालांकि, इस योजना को शुरू करने को लेकर कहा जा रहा है कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर इसका ऐलान किया जा सकता है।
पानी का मुद्दा
दिल्ली में गंदा पानी और पानी की कमी की समस्याएं सामने आती रही हैं। पानी का यह मुद्दा BJP ने इस चुनाव में उठाया। दिल्ली में भाजपा की सीएम बनते ही इस समस्या पर फोकस किया जाएगा। आपको बता दें कि हर साल दिल्ली में गर्मी का मौसम आते ही पानी की किल्ल्त और गंदे पानी की समस्या शुरू हो जाती है। जिससे निपटने के लिए नई सरकार नया प्लान बना रही है।