बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री जहां भी जातें हैं, हमेशा अपने साथ एक पोटली लेकर चलते हैं। ये भारी भरकम पोटली हमेशा उनके कंधे पर रहती है। बागेश्वर बाबा के भक्तों समेत इस बात की जिज्ञासा हर किसी को रहती है कि आखिर बाबा की इस पोटली में ऐसा क्या होता है, जो बागेश्वर बाबा हर जगह साथ लेकर चलते हैं। ये रहस्य पहली बार कैमरे पर आज खुल गया है। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने अपनी पोटली का सारा सामान बाहर निकाल कर दिखाया और बताया कि इस सब की क्या अहमियत है।
बाबा रामदेव ने खुलवाई धीरेंद्र शास्त्री की पोटली
दरअसल, योगा शो के दौरान स्वामी रामदेव के साथ आज बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री भी जुड़े। इस दौरान उन्होंने योग गुरू बाबा रामदेव के साथ कपाल-भाति और अनुलोम विलोम भी किया। फिर इसी दौरान रामदेव धीरेंद्र शास्त्री से पूछ लेते है कि इस पोटली में क्या रखा है? ये रहस्य बता दें। इसपर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने बताया, “इस पोटली में दादा गुरुजी की मुगधर मालाएं रहती हैं। इन मालाओं से हमारे दादा गुरुजी जप करते थे। वो भजन मंत्र जाप सब इसी में रहता है। इसलिए ये सदा साथ में रहते हैं।”
पोटली में से क्या-क्या निकला?
इस पर बाबा रामदेव कहते हैं कि तो इसमें आप अपनी सांस्कृतिक सनातन विरासत को समेटे हुए हैं। इस पर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि हमारे दादा गुरुजी संपत्ति के रूप में यही दे गए थे, संस्कृति और साधना। उसको संजोकर रखना हमारा कर्तव्य है और भारत के प्रत्येक युवाओं का कर्तव्य है। जब टीवी पर बागेश्वर बाबा ने अपनी पोटली खोली तो उसमें से कई तरह की पत्थर की मालाएं, तुलसी की माला, हजारिया माला निकालकर दिखाई। इतना ही नहीं इस दौरान बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि लोग उनसे पूछते हैं कि आप इतना कम थकते हैं, इतना ज्यादा एनर्जी कैसे पाते हैं। तो इसलिए वह अनुलोम विलोम कर लेते हैं, कभी कपालभाति कर लेते हैं।