बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतनराम मांझी पिछले कुछ समय से लगातार अपने बयानों और राजनीतिक गतिविधियों से चर्चा में बने हुए हैं. बीते दिनों राज्यपाल और सीएम नीतीश से मुलाकात के बाद हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) की कोर कमिटी की बैठक शुक्रवार को पटना में बुलाई गई है. जीतनराम मांझी के आवास पर यह बैठक जारी है. पार्टी के सभी विधायक मीटिंग में मौजूद हैं. कहा जा रहा है कि जीतनराम मांझी महागठबंधन छोड़ेंगे या नहीं इस पर शुक्रवार को अहम फैसला हो सकता है।
जीतनराम मांझी के आवास पर हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) की कोर कमिटी की बैठक जारी है. हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश पर बुलाई गई बैठक में पार्टी के भविष्य की रणनीतियों को लेकर अहम फैसला हो सकता है. हम के प्रधान महासचिव राजेश पाण्डेय ने यह बैठक बुलाई है. इस बैठक में हम पार्टी के सभी विधायक मौजूद हैं।
दरअसल महागठबंधन में शामिल जीतन राम मांझी का भी मन डोल रहा है. सियासी गलियारे में कई कारण बताते हुई ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नीत बिहार की महागठबंधन सरकार के कई निर्णयों पर मांझी आपत्ति जताते रहे हैं. यहां तक कि शराबबंदी को लेकर वे कई बार नीतीश सरकार को घेर चुके हैं. कई बार जीतन राम मांझी अपना बयान भी बदल रहे हैं. कई बार नीतीश सरकार के खिलाफ भी बयान दे चुके हैं. दो जून को जीतन राम मांझी ने कहा था कि 2024 के चुनाव में पांच सीट चाहिए. वो पांच सीटों पर तैयारी कर रहे हैं. जीतन राम मांझी ने यह भी मीडिया के माध्यम से कहा था कि हमें बहुत लोग बुला रहे हैं. मेरे पास वोट बैंक है।
बता दें कि बुधवार (7 जून) की शाम जीतन राम मांझी अपने सभी विधायकों के साथ नीतीश कुमार से मिलने गए थे. बीते गुरुवार को जीतन राम मांझी राज्यपाल से मिलने गए थे. लौटने के बाद उन्होंने एक नया बयान दिया कि मुझे लोकसभा में एक भी सीट नहीं मिलेगी तो भी मैं नीतीश कुमार के साथ रहूंगा. मुझे विपक्षी एकता की बैठक में नहीं बुलाया गया है तो भी कोई दिक्कत नहीं है. वहीं मांझी के बयानों के बीच हाल ही में नीतीश मंत्रिमंडल में शामिल राज्य के वित्त मंत्री और वरिष्ठ जदयू नेता विजय कुमार चौधरी ने दो बार जीतनराम मांझी से मुलाकात की।