PM Surya Ghar: मुफ्त बिजली योजना सौर ऊर्जा (Solar Energy) को बढ़ावा देने के लिए मोदी सरकार (Modi Government) प्रतिबद्ध है और इसी के तहत इस साल अंतरिम बजट में एक करोड़ घरों की छत पर सोलर प्रणाली लगाने की सरकारी योजना की घोषणा की गई थी। तब उसका नाम सूर्योदय योजना रखा गया था लेकिन अब इसका नाम बदल दिया गया है। इसका नाम अब ‘पीएम सूर्य घर- मुफ्त बिजली योजना’ कर दिया गया है।
मोदी सरकार ने इस महत्वाकांक्षी योजना की घोषणा 2024 के अंतरिम बजट में की थी जिसका उद्देश्य देश भर में 1 करोड़ से अधिक घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाकर सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना और बिजली बिल को कम करना है। आइए जानते हैं कि यह योजना आखिर है क्या और उपभोक्ता इसका लाभ कैसे उठा सकते हैं।
योजना के फायदे
- सरकार 1 किलोवाट क्षमता तक के सोलर पैनल लगाने के लिए सब्सिडी देगी। लाभार्थी हर महीने 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली का उत्पादन और उपयोग कर सकेंगे। इससे बिजली बिल में काफी कमी आएगी।
- खुद की सौर ऊर्जा उत्पादन से बिजली आपूर्ति पर निर्भरता कम होगी, खासकर ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में जहां ग्रिड बिजली अनियमित है।
- सौर ऊर्जा एक स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत है। इस योजना से कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी और पर्यावरण संरक्षण में मदद मिलेगी।
- सरकार सोलर पैनलों के रखरखाव और मरम्मत के लिए सहायता प्रदान करेगी। अतिरिक्त बिजली उत्पादन को ग्रिड को बेचकर अतिरिक्त कमाई भी की जा सकती है।
कौन उठा सकेंगे इस योजना का लाभ?
इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपके पास अपना घर होना चाहिए जिसकी छत सौर पैनल लगाने के लिए उपयुक्त हो। आपकी मासिक बिजली खपत 300 यूनिट से कम होनी चाहिए। योजना ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लिए उपलब्ध है। इस योजना के लिए उपभोक्ता https://pmsuryagarh.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
योजना की कुछ मुख्य बातें
- योजना के तहत सब्सिडी की राशि सौर पैनल के प्रकार और छत के आकार के आधार पर भिन्न हो सकती है।
- इस योजना में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम भाग लेंगे और सोलर पैनल लगाने का खर्च उठाएंगे। लाभार्थी को बाद में आसान किस्तों में राशि चुकानी होगी।
- सरकार का लक्ष्य 2024-25 में ही कम से कम 50 लाख घरों में सोलर पैनल लगाना है।
उम्मीद है कि इस योजना से देश भर में सौर ऊर्जा अपनाने को बढ़ावा मिलेगा और लोगों को स्वच्छ और सस्ती बिजली उपलब्ध होगी। योजना के – सफल कार्यान्वयन से न केवल वातावरण की रक्षा होगी बल्कि लाखों लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव भी आएंगे।