क्या है 6 जून 2024 का पंचांग, जानें शुभ-अशुभ मुहूर्त और राहु काल का समय

Panchang

आज गुरुवार का दिन हिंदू पंचांग के अनुसार बेहद खास है. शनि जयंती समेत आज पांच पर्व मनाए जाएंगे.

आज का पंचांग – 6 जून 2024 गुरुवार वैशाख कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि है. हिन्दू पंचांग के अनुसार आज रोहिणी नक्षत्र है. रोहिणी नक्षत्र भारतीय ज्योतिष में अत्यधिक महत्वपूर्ण और शुभ माना जाता है. यह नक्षत्र वृषभ राशि में आता है और इसकी प्रमुख देवी या देवता ब्रह्मा हैं, जो सृष्टि के निर्माता हैं. इस नक्षत्र का प्रतीक एक रथ है, और इसका स्वामी चंद्रमा (चंद्र) है. रोहिणी नक्षत्र का ज्योतिष और धार्मिक दृष्टि से अत्यधिक महत्व है. यह नक्षत्र सृजन, सौंदर्य, समृद्धि और स्थिरता का प्रतीक है. इसके प्रभाव में जन्मे जातक विभिन्न क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करते हैं और जीवन में संतुलन और शांति का अनुभव करते हैं. आज धृति योग भी है. धृति योग भारतीय ज्योतिष में एक महत्वपूर्ण योग है, जिसे शुभ और लाभकारी माना जाता है. धृति योग का गठन तब होता है जब चंद्रमा और सूर्य एक विशेष स्थिति में होते हैं. इस योग का महत्व जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए माना जाता है.

आज का पंचांग

तिथि- अमावस्या – 18:09:36 तक

नक्षत्र- रोहिणी – 20:17:19 तक

करण- चतुष्पाद – 07:00:44 तक, नाग – 18:09:36 तक

पक्ष- कृष्ण

योग- धृति – 22:08:38 तक

वार- गुरूवार

सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएं

सूर्योदय- 05:22:43

सूर्यास्त- 19:17:04

चन्द्र राशि- वृषभ

चन्द्रोदय- चन्द्रोदय नहीं

चन्द्रास्त- 19:25:00

ऋतु- ग्रीष्म

हिन्दू मास एवं वर्ष

शक सम्वत- 1946   क्रोधी

विक्रम सम्वत- 2081

काली सम्वत- 5125

प्रविष्टे / गत्ते- 24

मास पूर्णिमांत- ज्येष्ठ

मास अमांत- वैशाख

दिन काल- 13:54:20

अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)

दुष्टमुहूर्त- 10:00:50 से 10:56:27 तक, 15:34:34 से 16:30:11 तक

कुलिक- 10:00:50 से 10:56:27 तक

कंटक- 15:34:34 से 16:30:11 तक

राहु काल- 14:04:11 से 15:48:29 तक

कालवेला / अर्द्धयाम- 17:25:49 से 18:21:26 तक

यमघण्ट- 06:18:21 से 07:13:58 तक

यमगण्ड- 05:22:43 से 07:07:01 तक

गुलिक काल- 08:51:18 से 10:35:36 तक

शुभ समय (शुभ मुहूर्त)

अभिजीत- 11:52:05 से 12:47:42 तक

दिशा शूल- दक्षिण

हिंदू धार्मिक त्योहारों और अनुष्ठानों की तारीखों का निर्धारण करना, विवाह, गृह प्रवेश, नामकरण जैसे शुभ कार्यों के लिए मुहूर्त का चयन करना और दैनिक जीवन में शुभ और अशुभ समय का ज्ञान प्राप्त करने के लिए पंचांग देखा जाता है.