हर दिन हिंदू पंचांग देखकर अगर आप कोई शुभ कार्य करते हैं तो उसमें सफलता मिलने के योग प्रबल होते हैं. आज का पंचांग क्या है आइए जानते हैं.
आज का पंचांग – 8 जून 2024 शनिवार ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष द्वितीया तिथि है. हिन्दू पंचांग के अनुसार आज आर्द्रा नक्षत्र है. आर्द्रा नक्षत्र का अर्थ है “गीला” या “आर्द्र”. यह नक्षत्र वर्षा ऋतु के आरंभ का प्रतीक माना जाता है, और इस दौरान होने वाली वर्षा को धरती माता का रजस्वला होने के रूप में देखा जाता है. नक्षत्र भगवान रुद्र से जुड़ा हुआ है, जो भगवान शिव का उग्र रूप हैं. आर्द्रा नक्षत्र में जन्मे जातक आध्यात्मिक रूप से प्रेरित, दयालु और परोपकारी होते हैं. इनमें आत्म-ज्ञान प्राप्ति की प्रबल इच्छा होती है और ये जीवन में उच्च लक्ष्य प्राप्त करते हैं. आर्द्रा नक्षत्र मिथुन राशि के चार चरणों में फैला हुआ है. इस नक्षत्र का स्वामी ग्रह राहु है, जो रहस्य, मोह और भ्रम का प्रतीक है. आर्द्रा नक्षत्र में जन्मे जातक बुद्धिमान, रचनात्मक, और आकर्षक होते हैं. इनमें प्रभावशाली वक्ता बनने की क्षमता होती है और ये समाज में मान-सम्मान प्राप्त करते हैं. आर्द्रा नक्षत्र के चारों चरण मिश्र फलदायी माने जाते हैं.
आज का पंचांग
तिथि- द्वितीया – 15:58:58 तक
नक्षत्र- आर्द्रा – 19:43:18 तक
करण- कौलव – 15:58:58 तक, तैतिल – 28:48:18 तक
पक्ष- शुक्ल
योग- गण्ड – 18:26:45 तक
वार- शनिवार
सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएं
सूर्योदय- 05:22:35
सूर्यास्त- 19:18:56
चन्द्र राशि- मिथुन
चन्द्रोदय- 06:38:00
चन्द्रास्त- 21:25:00
ऋतु- ग्रीष्म
हिन्दू मास एवं वर्ष
शक सम्वत- 1946 क्रोधी
विक्रम सम्वत- 2081
काली सम्वत- 5125
प्रविष्टे / गत्ते- 26
मास पूर्णिमांत- ज्येष्ठ
मास अमांत- ज्येष्ठ
दिन काल- 13:55:20
अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)
दुष्टमुहूर्त- 05:22:35 से 06:18:18 तक, 06:18:18 से 08:13:58 तक
कुलिक- 06:18:18 से 08:13:58 तक
कंटक- 11:52:25 से 12:48:06 तक
राहु काल- 08:51:25 से 10:35:51 तक
कालवेला / अर्द्धयाम- 13:43:48 से 14:39:29 तक
यमघण्ट- 15:35:10 से 16:30:51 तक
यमगण्ड- 14:04:40 से 15:49:05 तक
गुलिक काल- 05:22:35 से 08:08:00 तक
शुभ समय (शुभ मुहूर्त)
अभिजीत- 11:52:25 से 12:48:06 तक
दिशा शूल
दिशा शूल- पूर्व
हिंदू धार्मिक त्योहारों और अनुष्ठानों की तारीखों का निर्धारण करना, विवाह, गृह प्रवेश, नामकरण जैसे शुभ कार्यों के लिए मुहूर्त का चयन करना और दैनिक जीवन में शुभ और अशुभ समय का ज्ञान प्राप्त करने के लिए पंचांग देखा जाता है.