हाल ही में, आपने एक खबर सुनी होगी कि एक महिला के दो गर्भाशय हैं और वह दोनों यूटेरस से प्रेग्नेंट है। इस खबर से काफी लोग चौंक गए थे कि ऐसा कैसे हो सकता है, लेकिन यह सच है। हालांकि, ऐसा होने की संभावना काफी कम होती है, लेकिन ऐसा हो सकता है। इस कंडिशन को यूटेरस डिडेलफिस या डबल यूटेरस कहा जाता है। आइए जानते हैं क्या है यह कंडिशन, इसके लक्षण और ऐसा क्यों होता है।
क्या है यूटेरस डिडेलफिस? क्लीवलैंड क्लीनिक के मुताबिक, यह एक दुर्लभ कंडिशन है, जिसमें महिला में दो गर्भाशय होते हैं। इस स्थिति को डबल यूटेरस भी कहा जाता है। यह कोई बीमारी नहीं है, बल्कि जन्म से पहले बच्ची के विकास में होने वाली असमानता की वजह से होता है, यानी वह पैदा ही दो यूटेरस के साथ हुई थी। इसमें हर यूटेरस का अपना फैलोपियन ट्यूब और अपनी ओवरी होती हैं। इस कारण से यह सामान्य गर्भाशय की कैविटी से कम चौड़ी होती है। कई बार जिन के दो यूटेरस होते हैं, उनमें दो सर्विक्स और दो वजाइनल कैनल भी पाए जा सकते हैं।
क्यों होती है यह कंडिशन? जब बच्चा गर्भ में विकसित हो रहा होता है, तब उसका यूटेरस दो डक्ट्स से शुरू होता है, जो आगे चलकर जुड़ जाते हैं और एक यूटेरस बन जाता है, लेकिन बहुत कम संभावना होती है कि ये दोनों डक्ट्स आपस में न जुड़ें और इस कारण से दो यूटेरस बन जाते हैं। इस कंडिश की वजह से प्रेग्नेंसी में समस्या हो सकती है।
क्या हैं इसके लक्षण? क्लीवलैंड क्लीनिक के अनुसार, यूटेरस डिडेलफिस का आमतौर पर डॉक्टर की मदद से टेस्ट करवाने पर ही पता लगता है, लेकिन इसकी वजह से कुछ लक्षण नजर आ सकते हैं। ये लक्षण नजर आने पर अपने डॉक्टर से मिलकर अपने पेल्विक रीजन की जांज करवा सकती हैं।
पीरियड्स के दौरान अधिक दर्द होना पीरियड्स के समय बहुत अधिक ब्लीडिंग होनायौन संबंध बनाते समय दर्द होना टैमपॉन के इस्तेमाल के दौरान ब्लड का, लीक होना, कई बार गर्भपात होना, प्रीटर्म लेबर, इस वजह से क्या समस्या आ सकती है प्रेग्नेंसी के दौरान? गर्भपात – समय से पहले प्रसव पीड़ा होना, बच्चे को जन्म देते समय वजाइना के टिशू का फटना बच्चे का वजन कम होना, उल्टा बच्चा (Breech Baby), किडनी की समस्याएं.