बिहार पर आया सबसे बड़ा संकट तो सीएम नीतीश भागे भागे गए दिल्ली

बिहार की कोसी और गंडक नदियों में करीब 13 लाख क्यूसेक पानी आने से राज्य के दर्जन भर जिले जलप्रलय का संकट झेलने की ओर हैं. राज्य पर आई इस भीषण आपदा वाली स्थिति में अचानक से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को दिल्ली के लिए रवाना हो गया. सीएम नीतीश का दिल्ली दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब राज्य का पूरा प्रशासनिक मशीनरी उत्तर बिहार में कोसी और गंडक नदियों के रौद्र रूप के बीच जान-माल के नुकसान को कम से कम हो उसे संभालने में लगा है. वहीं सीएम नीतीश के दिल्ली दौरे को लेकर भी कई किस्म की अटकलबाजियों का दौर गर्म है.

राज्य पर इतनी बड़ी आपदा वाली स्थिति के बीच सीएम नीतीश का दिल्ली जाने के पीछे एक प्रमुख कारण कोसी और गंडक का रौद्र रूप भी माना जा रहा है. संभव है कि अपने दिल्ली दौरे के दौरान सीएम नीतीश बिहार के लिए विशेष सहायता पैकेज की चर्चा को लेकर गृह मंत्री अमित शाह से बात करेंगे. केंद्र सरकार को बिहार में बाढ़ की स्थिति की जानकारी दें और केंद्र से टीम भेजने को कहें. ऐसे में नीतीश कुमार का यह दौरा बिहार और जदयू के लिए बेहद खास माना जा रहा है.

वहीं सीएम नीतीश के दिल्ली दौरे का एक बड़ा कारण जदयू का झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर किया जा रहा दावा भी है. सूत्रों का कहना है कि सीएम नीतीश अपने दिल्ली दौरे के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं. अमित शाह से मुलाक़ात के पीछे मूल कारण झारखंड विधानसभा चुनाव को माना जा रहा है. जदयू ने झारखंड में कई सीटों पर दावा ठोक रखा है. वहीं सूत्रों का कहना है कि भाजपा चाहती है कि झारखंड में जदयू को सिर्फ एक सीट दी जाए जिस पर सरयू राय चुनाव लड़ें. वहीं जदयू कम से कम 5 सीटों पर लड़ना चाहती है. अमित शाह और नीतीश कुमार की मुलाकात में इस पर प्रमुखता से बात हो सकती है.

दरअसल, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा शनिवार को एक दिवसीय बिहार दौरे पर आए थे. नड्डा ने बिहार भाजपा के नेताओं से मुलाकात की, वहीं उनकी सीएम नीतीश से कोई मुलाकात नहीं हुई. हालांकि सीएम नीतीश के दिल्ली दौरे को लेकर कहा जा रहा है कि यह उनका निजी कारणों से दिल्ली जाना है. उनके स्वास्थ्य कारणों से भी वहां जाने की खबर है. वहीं अपने दिल्ली दौरे को लेकर नीतीश कुमार ने कुछ भी खुलासा नहीं किया.