मध्यप्रदेश विधानसभा चुनावों में टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस से बगावत करके इंदौर के डॉ. आंबेडकर नगर (महू) क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन करने वाले पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस को अलविदा कह दिया. नतीजतन कुल 2.82 लाख मतदाताओं वाली इस सीट पर चुनावी मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है.
महू से कांग्रेस ने रामकिशोर शुक्ला को टिकट दिया है. शुक्ला पहले भाजपा में चले गए थे, लेकिन उन्होंने प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष कमलनाथ की मौजूदगी में 23 सितंबर को कांग्रेस में वापसी की थी.
विधानसभा चुनावों में उम्मीदवारों के नाम वापस लेने का बृहस्पतिवार को आखिरी दिन था, लेकिन 29 अक्टूबर को महू से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा भरने वाले दरबार (68) ने कदम पीछे नहीं खींचे और कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफे की घोषणा कर दी. दरबार ने संवाददाताओं से कहा,‘‘आज मेरे लिए जीवन का सबसे दु:खद दिन है। मैंने महू क्षेत्र में कांग्रेस को अपने खून-पसीने से सींचा है, लेकिन कांग्रेस ने मेरा टिकट काटकर उस व्यक्ति (शुक्ला) को उम्मीदवार बना दिया जो चंद रोज पहले ही भाजपा से आया है.” सूबे की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर महू की मौजूदा विधायक हैं। भाजपा ने लगातार दूसरी बार उन्हें इस सीट से उम्मीदवार बनाया है.