शारदीय नवरात्रि का पावन पर्व चल रहा है जो कि 24 अक्टूबर तक चलेगा। इसके पहले महा अष्टमी और नवमी पड़ेगी। शारदीय नवरात्रि में अष्टमी और नवमी तिथि का बेहद खास महत्व है। दरअसल इन दोनों ही दिनों में कन्या पूजन किए जाते हैं। मान्यता है कि कन्या पूजन और हवन के बाद ही नवरात्रि का व्रत संपन्न होता है। आइए जानते हैं कि शारदीय नवरात्रि में महा अष्टमी और नवमी कब है? कन्या पूजन की सही तिथि क्या है और इसके लिए शुभ मुहूर्त क्या है।
महाअष्टमी तिथि 2023
पंचांग के अनुसार, नवरात्रि में अष्टमी तिथि की शुरुआत 21 अक्टूबर को रात 9 बजकर 53 मिनट से होगी। जबकि इस तिथि की समाप्ति 22 अक्टूबर को शाम 7 बजकर 58 मिनट पर होगी। ऐसे में उदया तिथि की मान्यता के अनुसार, महा अष्टमी 22 अक्टूबर 2023 को मनाई जाएगी।
अष्टमी पर कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, अष्टमी तिथि पर कन्या पूजन के लिए कई शुभ मुहूर्त हैं। जिसमें से पहला मुहूर्त सुबह 7 बजकर 51 मिनट से 9 बजे तक है। इसके बाद दूसरा मुहूर्त सुबह 9 बजकर 16 मिनट से 10 बजकर 41 मिनट तक और फिर तीसरा मुहूर्त सुबह 10 बजकर 41 मिनट से दोपहर 12 बजकर 05 मिनट तक है। इसके अलावा कन्या पूजन के लिए एक अन्य शुभ मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 30 मिनट से 2 बजकर 55 मिनट तक है। ऐसे में महा अष्टमी का व्रत भी इसी दिन रखा जाएगा।
नवरात्रि 2023 नवमी तिथि
पंचांग के मुताबिक आश्विन शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 22 अक्टूबर 2023 को रात 7 बजकर 58 मिनट से शुरू होकर 23 अक्टूबर को शाम 5 बजकर 44 मिनट तक है। ऐसे में उदया तिथि की मान्यता के अनुसार महानवमी का व्रत 23 अक्टूबर को रखा जाएगा।
नवमी तिथि पर कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त
इस बार नवमी के दिन कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 27 मिनट से 7 बजकर 52 मिनट तक है। इसके बाद कन्या पूजन के लिए एक अन्य मुहूर्त सुबह 9 बजकर 16 मिनट से 10 बजकर 41 मिनट तक है। इसके अलावा नवमी के दिन कन्या पूजन के लिए शुभ मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 30 मिनट से 3 बजकर 55 मिनट तक भी है। इसके बाद फिर 2.55 पीएम से 4.19 पीएम तक का समय भी कन्या पूजन के लिए बेहतर है। अगर इस दौरान भी कन्या पूजन नहीं कर पाए तो आप शाम 4 बजकर 19 मिनट से 5 बजकर 44 मिनट तक कन्या पूजन जरूर कर लें।
शारदीय नवरात्रि 2023 व्रत-पारण मुहूर्त
जो लोग नवरात्रि के दौरान व्रत रखते हैं, वे नवमी तिथि पूर्ण होने के बाद ही इसका पारण करते हैं। ऐसे में इस बार नवरात्रि व्रत पारण के लिए शुभ मुहूर्त 24 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 27 मिनट के बाद का है। शारदीय नवरात्रि के व्रत का पारण नवमी तिथि पूर्ण होने के बाद ही दशमी तिथि में करना शुभ रहता है।