केके पाठक गये तो शिक्षकों को राहत मिली: स्कूल जाना पड़ेगा लेकिन नये अपर मुख्य सचिव ने टाइमिंग बदला

KK Pathak Bihar

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के लंबी छुट्टी पर जाने के बाद राहत की सांस ले रहे सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के लिए बुरी खबर है. गर्मी के कारण स्कूल बंद है लेकिन शिक्षकों को ड्यूटी पर आना होगा. शिक्षा विभाग में तैनात किये गये नये अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ ने आज शिक्षकों को लेकर दिशा निर्देश जारी किये हैं.

शिक्षकों के स्कूल जाने का टाइम बदलेगा

शिक्षा विभाग में तैनात किये गये नये अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ ने सोमवार की शाम विभाग के अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बैठक की. इसमें स्कूल के बंद रहने के बावजूद शिक्षकों के ड्यूटी पर आने के केके पाठक के आदेश पर चर्चा की गयी. बता दें कि राज्य सरकार ने 8 जून तक स्कूल बंद करने का आदेश दिया था. लेकिन केके पाठक ने आदेश जारी कर रखा था कि स्कूल केवल छात्रों के लिए बंद रहेगा, शिक्षकों को उसी समय पर स्कूल आना होगा जैसे पहले आ रहे थे.

एस. सिद्धार्थ ने आज सारे जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश जारी किया कि वे शिक्षकों के लिए स्कूल आने और जाने की टाइमिंग को बदलें. जिला शिक्षा पदाधिकारी स्कूलों के प्रधानाध्यापक और शिक्षकों के काम के आधार पर उनके स्कूल आने-जाने का समय तय करें. लेकिन शिक्षकों को स्कूल आना पड़ेगा और प्रशासनिक कार्य करना पड़ेगा.

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ ने आदेश जारी किया है कि 8 जून तक गर्मी के कारण छात्रों के लिए स्कूल बंद रहने के दौरान शिक्षक छात्रों के  मासिक मूल्यांकन की कॉपियों की जाँच करेंगे. इस दौरान वे  वार्षिक परीक्षा-2024 में क्लास 5 और 8 में फेल हुए बच्चों की पुनः परीक्षा लेकर उनकी उत्तर पुस्तिकाओं की जांच करेंगे. इसके साथ ही वे वार्षिक परीक्षा-2024 में क्लास 9 और 11 के फेल बच्चों की पुनः परीक्षा के उपरांत उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करेंगे. शिक्षकों को  मिशन दक्ष के बच्चों की ली गयी परीक्षा के उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन भी करना होगा.

अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ ने कहा है कि सारे स्कूलों को 8 जून, 2024 तक इन सारे काम को पूरा कर विभाग को जानकारी देनी होगी. वहीं शिक्षकों को स्कूल में नामांकन लेने वाले बच्चों का आधार नंबर के साथ ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर विवरण डालना होगा. उन्हें क्लास 9  में बच्चों का नामांकन भी करना होगा.  शिक्षक स्कूलों में कराये जा रहे निर्माण कार्य, मरम्मति और रंग-रोगन जैसे काम की भी निगरानी करेंगे.