GopalganjBihar

मां को खून देने पहुंचा बेटा तो बहू अस्पताल पहुंचकर किया हाईवोल्टेज ड्रामा, जानें फिर आखिर में क्या हुआ?

बिहार के गोपालगंज में खून दान को लेकर पत्नि-पत्नी के बीच विवाद हो गया. सदर अस्पताल के ब्लड बैंक में उस वक्त एक महिला ने हाई वोल्टेज ड्रामा शुरू कर दिया जब उसका पति अपनी मां को ब्लड देने के लिए पहुंचा था. लेकिन उसकी पत्नी अपने पति को ब्लड नहीं देने के लिए कहा. इस दौरान ब्लड बैंक कर्मी द्वारा उसे काफी समझाने की कोशिश की गई लेकिन वह मानने के लिए तैयार नहीं हुई।

अस्पताल में हाईवोल्टेज ड्रामाः दरअसल, इस संदर्भ में बताया जाता है कि मांझागढ़ प्रखंड के कमालपुर गांव निवासी रामजनम रावत की पत्नी लगनी देवी पिछले कई दिनों से बीमार है. डॉक्टर ने उसे खून की कमी बताकर खून चढ़ाने की सलाह दी है. जब उसका बेटा खून देने के लिए सदर अस्पताल के ब्लड बैंक पहुंचा तभी उसकी पत्नी भी वहां पहुंच गई. उसे खून देने से साफ तौर पर मना कर दिया. हालांकि इसका कारण का पता नहीं चल पाया है कि उसने मना क्यों किया?

काफी समझाने के बाद भी नहीं मानीः गोविंदा रावत ने बेटे का धर्म निभाने के लिए ब्लड डोनेट की भरपूर कोशिश की. पत्नी के विरोध के बावजूद वह ब्लड देना चाहता था और इसको लेकर ब्लड बैंक के कर्मी भी तैयार थे. खून निकालने के लिए बेड पर उसे जैसे लिटाया गया कि उसकी पत्नी ने हाई वोल्टेज ड्रामा शुरू कर दिया. ब्लड बैंक के कर्मी उसे काफी समझाया लेकिन वह मानने को तैयार नहीं थी।

खून के इंताजर में है पीड़ित महिलाः अंत में पत्नी के ज़िद के आगे उसका पति झुक गया और उठ कर चला गया. फिलहाल पीड़ित महिला के पति अपने पत्नी के लिए ब्लड का इंतजार कर रहा है. बीमार महिला के पति रामजनम रावत ने बताया कि उसका दो बेटा है. एक बेटा विदेश में कमाने गया है. दूसरा बेटा घर पर ही पत्नी के साथ अलग रहता है. बीमार महिला अपने बेटे को 45 हजार रुपए भी पीएम योजना से मिली राशि दे दी लेकिन आज ब्लड कि जरूरत है तब उसकी पत्नी ब्लड नहीं देने दे रही है।

“मेरी पत्नी बीमार है. एक बेटा विदेश में रहता है. दूसरा बेटा यहीं रहता है. आज जब खून देने के लिए पहुंचा तो उसकी पत्नी ने मना कर दिया. अब डॉक्टर खून का इंतजार कर रहे हैं. कोई डोनेट करेगा तो खून चढ़ाया जाएगा.” -रामजनम रावत, पीड़ित महिला का पति

क्यों करना चाहिए खून दानः बता दें कि अगर कोई व्यक्ति स्वस्थ है तो वह खून दान कर सकता है. इससे कोई कमजोरी या किसी प्रकार की समस्या नहीं होती है. डॉक्टर के मुताबिक एक स्वस्थ व्यक्ति हर 56 दिन की अवधी के बाद खून दान कर सकता है. शरीर से एक यूनिट खून निकाला जाता है जो 24 घंटे के अदर उतना ही खून बन जाता है. इससे शरीर में ताजगी मिलती है और हार्ट अटैक का खतरा काम होता है. कई बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है।


Discover more from Voice Of Bihar

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Sumit ZaaDav

Hi, myself Sumit ZaaDav from vob. I love updating Web news, creating news reels and video. I have four years experience of digital media.

Submit your Opinion

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Discover more from Voice Of Bihar

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading

मत्स्य पालन और जलीय कृषि में ड्रोन प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग और प्रदर्शन पर कार्यशाला आयोजित बिहार में बाढ़ राहत के लिए भारतीय वायु सेना ने संभाली कमान बिहार के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने रवाना हुए सीएम नीतीश पति की तारीफ सुन हसी नही रोक पाई पत्नी भागलपुर में खुला पटना का फैमस चिका लिट्टी स्पैम कॉल : दूरसंचार कंपनियों ने 50 संस्थाओं को बैन किया, 2.75 लाख कनेक्शन काटे भागलपुर : युवक का अवैध हथियार लहराते फोटो वायरल भागलपुर में पार्षद नंदिकेश ने तुड़वाया वर्षों से बंद पड़े शौचालय का ताला ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से स्कूल परिसर में किया पौधारोपण CM नीतीश कुमार पहुंचे रोहतास